धमतरीः हौसले बुलंद हों तो हर मंजिल आसान हो जाती है...इसका प्रत्यक्ष उदाहरण महाराष्ट्र के कामठी निवासी युवक रोहन अग्रवाल हैं. प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने के लिए लोगों को जागरूक करने को महाराष्ट्र नागपुर के रहवासी 20 वर्षिय रोहन अग्रवाल पदयात्रा पर निकले हैं. इस बीच अपनी 500 दिनों की यात्रा पूरी करते हुए रोहन छत्तीसगढ़ के धमतरी पहुंचे (Rohan agarwal give awareness message on plastic ban in Dhamtari) हैं. जहां रोहन ने पत्रकारों से बातचीत की.
16 राज्यों में पूरी की पदयात्रा
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि पदयात्रा की शुरुआत उन्होंने वाराणसी से गंगा स्नान के बाद की. इस पदयात्रा का मूल उद्देश्य है गुरुकुल परंपरा में देशाटन का पालन. यह पहले हर छात्र को करना पड़ता था. अब गुरुकुल परंपरा तो नहीं है, लेकिन अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद वे देशाटन के लिए निकले हैं. रोहन कहते हैं कि अब तक उन्होंने 16 राज्यों की पदयात्रा पूरी कर ली है. इसमें करीब 10 हजार किमी की यात्रा उन्होंने अकेले पैदल तय की. जबकि 40 हजार किमी की यात्रा उन्होंने लिफ्ट लेकर पूरी की है.
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आगे भी सफर रखेंगे जारी
इस तरह से वे 50 हजार किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के इस्तेमाल से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति वे लोगों को जागरूक कर रहे हैं. रोहन ने बताया कि वे भारत भ्रमण करने के बाद ओडिशा सहित अन्य राज्यों की यात्रा पूरी करते हुए बांग्लादेश, म्यांमार सहित अन्य देशों के रास्ते वे साइबेरिया के ओम्याकॉम भी जाएंगे. इस बीच वे प्लास्टिक और पॉलीथिन से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए इसका उपयोग न करने की समझाइश भी देंगे. रोहन ने बताया कि प्लास्टिक को खत्म तो नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे रिसाइकल कर इसका उपयोग कम किया जा सकता है. पूरे विश्व में सिर्फ 9 फीसद पॉलिथीन की रिसाइक्लिंग होती है. भारत में ये प्रतिशत सिर्फ 2 से 5 के बीच ही है. धमतरी पहुंचकर रोहन ने विभिन्न समाज सेवी संगठनों से मिले और अपने लक्ष्य के बारे में उन्हें बताया.