धमतरी: चोरी और उठाईगिरी के आरोपियों तक पुलिस एक साल बीत जाने के बाद भी नहीं पहुंच पाई है. हाल ही में शहर के एक मोबाइल दुकान में भी करीब 20 लाख की चोरी की वारदात भी हुई थी. इस केस में भी पुलिस के हाथ खाली है. दिनों-दिन अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं, ऐसे में पुलिस के कार्यशैली को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
बीते साल शहर के आकाश गंगा कॉलोनी में एक डाॅक्टर के घर लाखों रुपये की चोरी हुई थी. विवेकानंद कॉलोनी के एक सूने मकान में भी लाखों की चोरी हुई थी. इसी तरह शहर में एक के बाद एक कई वारदातें हुई है. इन सब मामलों को पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई है.
पढ़ें-कोरबा:ऑनलाइन अपराध की रोकथाम के लिए निकाला गया साइबर जागरूकता रथ
अपराधियों को जल्द पकड़ने का दावा
इसी साल रांवा के सरकारी शराब दुकान में करीब 15 लाख की लूट को अंजाम दिया गया था. बीते 21 नवंबर को कोलकाता के एक कपड़ा कारोबारी के साथ भी उठाईगिरी की वारदात हुई थी. धमतरी जिले में जुआ, लूट, हत्या, चाकूबजी और उठाईगिरी के केस बढ़ रहे हैं. पुलिस प्रशासन इन अपराधों पर रोक लगाने पूरी तरह से फेल साबित हो रही है. बहरहाल, पुलिस प्रशासन अपराधियों को जल्द पकड़ लेने के दावे कर रही है.