धमतरी : छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने मगरलोड पहुंचीं. इस दौरान अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय भी मौजूद रहे. इस दौरान समाज के लोगों ने आदिवासी परंपराओं के मुताबिक राज्यपाल का भव्य स्वागत किया.
इस दौरान राज्यपाल ने आदिवासी समाज के आराध्य बूढ़ादेव और आंगादेव की पूजा-अर्चना की. राज्यपाल ने आदिवासी समाज के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 'जनजातीय समाज अपनी गौरवशाली भाषा, संस्कृति और परम्पराओं के लिए जाने जाते है. वर्तमान समय में दूसरे समाजों की तुलना में आदिवासी समाज का विकास कम हुआ है. भारत के संविधान में दिए गए अधिकारों का उपयोग करने के लिए आदिवासियों को जागरूक और शिक्षित होने की जरुरत है'. इस दौरान राज्यपाल ने समाज के महान विभूतियों शहीद वीरनारायण सिंह, शहीद गुण्डाधूर, रानी दुर्गावती, बिरसा मुंडा को भी याद किया.
कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सांसद नंदकुमार साय ने कहा कि 'अभी आदिवासियों के सामने नशा मुक्ति और उच्च शिक्षा बड़ी चुनौती है. इस दिशा काम किया जाना जरूरी है. इस सम्मेलन में आदिवासी समाज के दिग्गज पदाधिकारी समेत हजारों की संख्या में आदिवासी शामिल हुए'.