धमतरी: गर्मी शुरू होते ही धमतरी जिले में पेयजल का संकट पैदा होने लगा है. यहां के बाशिंदों को हर साल पेयजल के लिए जद्दोजहद करना पड़ता है, लेकिन इस बार ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए प्रशासन ने बड़ी तैयारी की है. पेयजल की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने मास्टर प्लान तैयार किया है और इस पर अमल करना भी शुरू कर दिया है.
गर्मी के दौरान जिले में पेयजल की समस्या के निवारण के लिए जिला प्रशासन ने विकासखंड स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं और इसके लिए अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है. कंट्रोल रूम की जवाबदेही होगी कि बिगड़े हैंडपंपों की शिकायत मिलने पर तत्काल इसकी सूचना विभाग और संबंधित अधिकारियों और तकनीशियन को दे. इस दौरान ड्यूटी में तैनात सभी अधिकारियों को बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने के आदेश दिए गए हैं.
- जिला स्तर पर कंट्रोल रूम में इनसे कर सकते हैं संपर्क
- जिला स्तर पर कंट्रोल रूम के प्रभारी सहायक अभियंता आरके मांडवे 9425598512
- उपखंड में सहायक अभियंता बीपी पटेल 9131266605
- उपखण्ड कार्यालय नगरी के लिए सहायक अभियंता एसके ठाकुर 9424241675
- उपखण्ड कार्यालय कुरूद के लिए सहायक अभियंता पीएस गजेंद्र 9826753500
इसी तरह विकासखंड नगरी में (उप अभियंता) एस आर ठाकुर 9424237034 और अविनाश एक्का 9425216040 की ड्यूटी लगाई गई है. विकासखंड धमतरी में (उप अभियंता) डी एम कानडे 7415168347, विकासखंड कुरूद में (उप अभियंता) मनोज पैकरा 969101201, विकासखंड मगरलोड कंट्रोल रूम में उप अभियंता एके देवांगन 9993297455 की ड्यूटी लगाई है. इसके अलावा हैंडपंप बन्द होने की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 18002330008 जारी किया गया है.
कलेक्टर ने अधिकारी-कर्मचारियों को दिए निर्देश
कलेक्टर रजत बंसल ने जल योजना के अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को जल्द ही पूरा करने के निर्देश दिए हैं. वहीं प्रशासन ने पंचायतों से भी जानकारी मांगी है, ताकि पेयजल संकट से निपटने के लिए 10 दिनों में गांव-गांव के तालाबों को पानी से भरने की कवायद भी शुरू की जा सके. इसके अलावा 15 मई से 15 जून के बीच नहरों की साफ-सफाई कराने, निगम के तालाबों को भरने और पानी छोड़ने सहित चेक डैम, स्टॉप डैम के सुधार और मेंटेनेंस कार्यों को जल्द ही पूरा करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं.
जिले में 238 हैंडपंप बंद
बता दें कि धमतरी जिले में कुल 9,856 हैंडपंप हैं, जिनमें से 9,570 हैंडपंप चालू हालत में हैं. इनमें से 48 हैंडपंप का सुधार किया जा रहा है. 238 हैंडपंप भूजल स्तर गिरने के कारण बंद हो चुके हैं. जिले में 261 नल जल योजना के कार्य स्वीकृत हैं, जिनमें से करीब 200 कार्य प्रगति पर हैं, जबकि 32 कार्य लॉकडाउन के कारण प्रभावित हैं.
हर साल होती है पानी की समस्या
बहरहाल धमतरी जिले में पीएचई विभाग के तमाम दावों के बाद भी लोगों को हर साल पानी की समस्या से जूझना पड़ता है. अब देखने वाली बात यह होगी कि कलेक्टर के निर्देश के बाद पीएचई अमला क्या इस बार पानी की समस्या को दूर कर पाता है या नहीं.