बालोद: जिले में बहने वाली तांदुला नदी से धडड्ले से रेत की चोरी हो रही है. खनन माफिया पोकलेन मशीनों के जरिए रेत खनन कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है.
ग्राम पंचायत टेकापार की सरपंच उर्मिला बाई ने खनिज विभाग, जनपद पंचायत, और थाने में सूचना दी है कि कुछ रेत माफिया जबरदस्ती तांदुला नदी से मशीन लगाकर रेत खनन कर रहे हैं.
ग्रामीणों के तेवर देख भागे माफिया
खनन माफिया तांदुला नदी से बिना किसी अनुमति के मशीन और हाईवा के माध्यम से रेत निकाल रहा था. जिसकी सूचना सरपंच को मिली जिसके बाद पूरा गांव आधी रात को सरपंच के साथ इकट्ठा हो गया जिसके बाद ग्रामीणों के तेवर देख वाहन चालक और अवैध खनन करने वाले मौके से भाग निकले.
चोरी का बडा खेल चल रहा क्षेत्र में
बता दें कि आस-पास के गांव के सरपंचों की जानकारी में नदी से अवैध रेत का खनन हो रहा है. पडकीभाट, उमरादाह, हर्राठेमा, गोड़पाल गांव सबसे अधिक प्रभावित हैं. दूसरी जगहों पर भी इसी तरह रेत की चोरी हो रही है. गांव वालों ने कई बार इसकी शिकायत खनिज विभाग से की लेकिन विभाग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.
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लोगों को समझना होगा खनिज संपदा का मुल्य
वनांचल में बसे गांव में मौजूद छोटी-छोटी नदियों और नालों से इन दिनों रेत की जमकर चोरी की जा रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि पोकलेन मशीन लगाकर रात में अवैध खुदाई हो रही है. प्रशासन की नाक के नीचे पूरा खेल चल रहा है पर अब तक केवल एक सरपंच ही उनके खिलाफ सामने आई है. आम जनता को भी खनिज संपदा को बचाने के लिए आगे आना होगा साथ ही संपदा का मुल्य समझना होगा.