ETV Bharat / state

धमतरी: BJP ने निकाली 'गांधी स्मृति बचाओ यात्रा', कहा-निगम ने गांधी की स्मृतियों को कबाड़ में फेंका.

धमतरी नगर निगम के खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. भाजपा ने गांधी स्मृति बचाने के लिए गांधी स्मृति बचाओ यात्रा निकाली. बीजेपी का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आगमन की स्मृतियों को सहजने की बजाय निगम ने उसे कबाड़ खाने में फेक दिया है.

bjp-takes-out-gandhi-smriti-bachao-yatra-against-municipal-corporation-in-dhamtari
BJP ने निकाली 'गांधी स्मृति बचाओ यात्रा'
author img

By

Published : Dec 20, 2020, 7:59 PM IST

Updated : Dec 20, 2020, 9:31 PM IST

धमतरी: भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ऐतिहासिक गौरव ग्राम कंडेल से शहर तक गांधी स्मृति बचाव पदयात्रा निकाली. भाजपा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि धमतरी नगर निगम सभा हाल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आगमन की स्मृतियों को सहजने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं, लेकिन पोस्टर को फेंक दिया गया. अब मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांधी स्मृति बचाव पदयात्रा निकाली.

BJP ने निकाली 'गांधी स्मृति बचाओ यात्रा'

पढ़ें: धमतरी: आदिवासी समाज के विरोध के बीच बदला गया रथ का रूट, इंतजार करते रहे कांग्रेसी

धमतरी बीजेपी की पदयात्रा कंडेल से होकर धमतरी पहुंची. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने निगम की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. ठोस पहल नहीं किए जाने पर सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है. बीजेपी का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्मृतियों को सहेजना था. लेकिन उसे निकाल कर फेंक दिया गया है. मौजूदा समय में तस्वीरें नगर निगम के गोदाम में कबाड़ के रूप में पड़ी हैं. इसे सहेजने का कोई प्रयास नहीं किया गया. महात्मा गांधी जी का अपमान किया जा रहा है. वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.

पढ़ें: भारी विरोध के बीच राम वन गमन पथ यात्रा पहुंची धमतरी, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद हुए शामिल

गांधीजी के नाम पर कांग्रेस करती रही राजनीति

भाजपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बापू जी का आगमन जिले के लिए सौभाग्य की बात है. गांधीजी के नाम पर कांग्रेस हमेशा राजनीति करती आई है. लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें ही सम्मान देना भूल रही है. यह कांग्रेस की ओछी मानसिकता को प्रदर्शित करता है. ऐसे में आने वाली पीढ़ी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.

नहर सत्याग्रह में शामिल हुए थे महात्मा गांधी

बता दें कि साल 1920 में मॉडम सिल्ली बांध के कंडेल नहर से गुजरने वाले पानी को लेकर अंग्रेजों ने ग्रमीणों पर चोरी का आरोप लगाया था. जिसके बाद अंग्रेजों ने इस पर जबरन टैक्स लगा दिया था. टैक्स नहीं देने पर कंडेल गांव में रहने वाले ग्रामीणों के जानवरों को अंग्रेज उठाकर ले गए थे. ग्रामीणों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया. 21 दिसंबर 1920 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी किसानों के नहर सत्याग्रह में शामिल हुए थे. फिलहाल बीजेपी ने इसे महात्मा गांधी का अपमान बताकर कांग्रेस की जमकर आलोचना की है. इस पर सियासत करने से भी नहीं चूक रही है.

धमतरी: भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ऐतिहासिक गौरव ग्राम कंडेल से शहर तक गांधी स्मृति बचाव पदयात्रा निकाली. भाजपा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि धमतरी नगर निगम सभा हाल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आगमन की स्मृतियों को सहजने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं, लेकिन पोस्टर को फेंक दिया गया. अब मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांधी स्मृति बचाव पदयात्रा निकाली.

BJP ने निकाली 'गांधी स्मृति बचाओ यात्रा'

पढ़ें: धमतरी: आदिवासी समाज के विरोध के बीच बदला गया रथ का रूट, इंतजार करते रहे कांग्रेसी

धमतरी बीजेपी की पदयात्रा कंडेल से होकर धमतरी पहुंची. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने निगम की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. ठोस पहल नहीं किए जाने पर सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है. बीजेपी का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्मृतियों को सहेजना था. लेकिन उसे निकाल कर फेंक दिया गया है. मौजूदा समय में तस्वीरें नगर निगम के गोदाम में कबाड़ के रूप में पड़ी हैं. इसे सहेजने का कोई प्रयास नहीं किया गया. महात्मा गांधी जी का अपमान किया जा रहा है. वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.

पढ़ें: भारी विरोध के बीच राम वन गमन पथ यात्रा पहुंची धमतरी, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद हुए शामिल

गांधीजी के नाम पर कांग्रेस करती रही राजनीति

भाजपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बापू जी का आगमन जिले के लिए सौभाग्य की बात है. गांधीजी के नाम पर कांग्रेस हमेशा राजनीति करती आई है. लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें ही सम्मान देना भूल रही है. यह कांग्रेस की ओछी मानसिकता को प्रदर्शित करता है. ऐसे में आने वाली पीढ़ी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.

नहर सत्याग्रह में शामिल हुए थे महात्मा गांधी

बता दें कि साल 1920 में मॉडम सिल्ली बांध के कंडेल नहर से गुजरने वाले पानी को लेकर अंग्रेजों ने ग्रमीणों पर चोरी का आरोप लगाया था. जिसके बाद अंग्रेजों ने इस पर जबरन टैक्स लगा दिया था. टैक्स नहीं देने पर कंडेल गांव में रहने वाले ग्रामीणों के जानवरों को अंग्रेज उठाकर ले गए थे. ग्रामीणों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया. 21 दिसंबर 1920 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी किसानों के नहर सत्याग्रह में शामिल हुए थे. फिलहाल बीजेपी ने इसे महात्मा गांधी का अपमान बताकर कांग्रेस की जमकर आलोचना की है. इस पर सियासत करने से भी नहीं चूक रही है.

Last Updated : Dec 20, 2020, 9:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.