धमतरी : दंतेवाड़ा के किरंदुल में आदिवासी समाज द्वारा किए जा रहे आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है. बघेल का कहना है कि, 'खदान का आवंटन पिछली सरकार ने किया था और अब किसी भी देवी-देवता धाम पर खनन नहीं किया जाएगा'.
दरअसल, किरंदुल में 200 गांवों के आदिवासी जमा हुए हैं और नंदराज पर्वत पर होने वाले खनन का विरोध कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने NMDC का घेराव भी किया है, जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है.
अंगारमोती माता के किए दर्शन
धमतरी में मुख्यमंत्री हंचलपुर गांव के दौरे के बाद गंगरेल स्थित आराध्य देवी अंगारमोती मंदिर परिसर में अखिल भारतीय गोंडवाना महासभा द्वारा आदिवासी महासम्मेन में शामिल हुए. साथ ही अंगारमोती माता के दर्शन भी किए.
आदिवासी समाज को दिया आश्वासन
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया. इस दौरान आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री को बारह सूत्रीय मांगपत्र सौंपा, जिसमें समाज ने संविधान में प्रदत्त अधिकारों का जिक्र किया है'.
श्रवण-बाधित स्कूल का किया लोकार्पण
इसके आलावा मुख्यमंत्री ने देरशाम मुजगहन गांव में मॉडल गौठान का निरीक्षण किया. वहीं ग्रामीणों से नरवा गुरवा घरुवा और बारी के महत्व को साझा किया. इस बीच मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याएं भी सुनीं और उन्हें दूर करने का भरोसा भी दिया. इसके साथ ही सीएम ने श्रवण-बाधित स्कूल का लोकार्पण किया और प्रतिभा सम्मान समारोह सहित कवि सम्मेलन में भी शामिल हुए.