दंतेवाड़ा: 6 जुलाई सोमवार की रात नक्सलियों ने किरन्दुल थाना क्षेत्र के गुमियापाल से एक पुलिस आरक्षक जवान के माता-पिता का अपहरण कर लिया है. इस मामले की पुष्टि दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने इसकी पुष्टि की है.
जानकारी के मुताबिक सालभर पहले अजय तेलाम ने नक्सलियों की खोखली विचारधारा छोड़कर कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ते हुए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. समर्पण के बाद अजय पुलिस के लिए काम कर रहा था, जिससे नक्सली बौखलाए हुए थे. जिसके परिणाम स्वरूप सोमवार की देर रात नक्सलियों ने मौका पाकर बंदूक की नोक पर जवान के पिता का अपहरण कर लिया. पिता को छुड़ाने के लिए जवान की मां भी नक्सलियों के पीछे जंगल की तरफ चली गई. घटना की जानकारी मिलते ही कुछ ग्रामीण भी दोनों की तलाश में जंगल की ओर रवाना हुए.
एसपी ने की घटना की पुष्टि
इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि जवान के परिवार का अपहरण 5 लाख के इनामी नक्सली कमलेश ने किया है. गुमियापाल के ग्रामीण भी लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर पुलिस से जुड़ रहे हैं, जिससे बौखलाकर नक्सली इस तरीके के कृत्य कर रहे हैं. जवान के माता-पिता कभी भी मुखबिरी का काम नहीं करते थे.
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बीते दिनों लोन वर्राटू अभियान के तहत दंतेवाड़ा पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी. यहां 18 नक्सलियों ने 'लाल आतंक' का साथ छोड़ मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लेते हुए समर्पण कर दिया. सरेंडर करने वाले 4 नक्सलियों पर सरकार की ओर से इनाम भी घोषित था.
नक्सलियों ने किया था सरेंडर
समर्पण करने वाले 4 नक्सलियों में तेलाम भीमा, तेलाम चैतू, संतु कुंजाम और मंगल भास्कर के ऊपर सरकार ने 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. वहीं 14 अन्य नक्सली संगठन में सक्रिय थे. सभी आवागमन प्रभावित करने, लोगों को संगठन में जोड़ने और बड़े नक्सलियों के लिए भोजन व्यवस्था करने का काम करते थे. मुख्यधारा में जुड़ने पर सभी नक्सलियों को 10-10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी गई.
नक्सल अभियान में मिल रही कामयाबी
पुलिस को लगातार नक्सल अभियान में कामयाबी मिल रही है. इससे पहले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान निलवाया में दूरदर्शन के कैमरामैन की हत्या में शामिल 2 लाख के इनामी नक्सली ने सरेंडर किया है. बीजापुर में एक नक्सली दंपति ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित था. इसके अलावा राजनांदगांव में भी नक्सली दंपति ने सरेंडर किया था. नक्सली इन सब से बौखलाए हुए हैं और हिंसक कदम उठाने में लगातार लगे हुए हैं.