दंतेवाड़ा: 7 जून से 13 जून तक 10 हजार से अधिक आदिवासी किरंदुल NMDC चेक पोस्ट में अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे थे. ग्रामीणों के विरोध के बाद शासन ने मामले की जांच का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था. उसी जांच के सिलसिले में आज प्रशासन की टीम हिरोली ग्राम पहुंची.
हालांकि जांच के मुख्य कड़ी ग्राम पंचायत के सचिव जांच दल के सामने नहीं आया. उनकी मांग थी कि ग्राम पंचायत हिरोली के नाम से एक फर्जी ग्राम सभा हुई थी, जिसमे ग्रामीणों ने NMDC को बैलाडीला में मौजूद 13 नंबर के लौह खदान को लौह उत्खनन के लिए सहमति दे दी, जो कि पूरी तरीके से फर्जी है.
बैठक में सीपीआई नेता मनीष कुंजाम भी रहे मौजूद
इस खदान को बाद में कंपनी ने अडानी को सौंप दिया था. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी दूसरे दिन जांच करने की बात कहकर हिरोली से निकल गए. वहीं ग्रामीणों की इस बैठक में आदिवासी महासभा के अध्यक्ष और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम भी पहुंचे हुए थे.