दंतेवाड़ा: लोन वर्राटू अभियान (घर वापस आइए अभियान) के तहत दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) को बड़ी कामयाबी मिली है. जनपितूरी सप्ताह के दौरान लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर पांच नक्सलियों (जनमलेशिया सदस्य) ने किरंदुल थाने में आत्मसमर्पण किया. एसडीओपी देवांश सिंह रौठार के समक्ष 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. सभी समर्पित माओवादी दरभा डिवीजन के मलांगिर एरिया कमेटी में पिछले कई वर्षों से सक्रिय थे. लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर सरकार के समक्ष अपने हथियार डाले हैं.
किरंदुल एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत सभी गांवों में नक्सलियों की सूची चस्पा की गई है और सरेंडर का मौका दिया गया है. नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर किरंदुल थाने में 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. अभियान के तहत अब तक 96 इनामी नक्सली सहित 368 माओवादी अबतक आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं.
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लोन वर्राटू अभियान से मिल रही सफलता
पांचों नक्सली लंबे समय से नक्सल संगठन में काम कर रहे थे. नक्सलियों की खोखली विचारधारा को छोड़कर शासन की चलाई जा रही पुनर्वास नीति के तहत मुख्यधारा से जुड़ने की इच्छा जाहिर की थी. नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सभी ने सरेंडर किया है. बता दें कि पिछले 10 महीनों में नक्सली संगठन में सकरी सदस्यों की लोन वर्राटू अभियान( घर वापस आइए अभियान) के तहत आत्मसमर्पण कराया गया है. जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने सभी ग्राम पंचायतों में सक्रिय नक्सलियों के नाम चस्पा कर नक्सलियों की खोखली विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव (Dantewada SP Abhishek Pallav) ने अपील की थी.