बिलासपुर: मरवाही इलाके में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की वजह से मलेरिया-टाइफाइड के मरिजों की संख्या में हुए इजाफे और आदिवासी लड़की की बीमारी से मौत के मामले में जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी और लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने हाथ में काली पटटी बांधकर धरना प्रदर्शन किया. इसके साथ ही उन्होंने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
आंदोलन की दी चेतावनी
अमित ने मांगें पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी . आदिवासी विकासखंड मरवाही में इन दिनों मलेरिया और टाइफाइड के मरीजो की संख्या लगातार बढ़ रही है. आसपास के गांवों से मरीज इलाज के लिए मरवाही स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं. गनैया के रहने वाले मान सिंह की 16 साल की बेटी संतोषी का भी इलाज स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा था. यहां 3 तीनों के इलाज के बाद डाक्टरों ने संतोषी के मलेरिया से पीड़ित होने की खबर परिजनों को दी. लगातार इलाज के बाद भी संतोषी की तबीयत में सुधार नहीं हुआ. इसके बाद संतोषी को बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया. यहां इलाज के दौरान संतोषी की मौत हो गई.
अस्पताल के सामने दिया धरना
सरकारी अस्पताल में मलेरिया और टाइफाइड के मरीज दिनों-दिन भर्ती हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन इलाके में मलेरिया और टाइफाइड फैलने की बात न मानकर, गर्मी और लू को तबीयत खराब होने की वजह मान रहा है. इसके विरोध में JCC (J) नेता अमित जोगी और विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह सैकड़ों कार्यकताओं के साथ अस्पताल के सामने धरने पर बैठे.
10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग
कार्यकर्ताओं ने मृतका के परिजन को 10 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की. वहीं अमित जोगी ने मरवाही इलाके से बॉटल में पानी भरकर अपने साथ ले जाकर मुख्यमंत्री के साथ मंत्रीमंडल के सदस्यों को भी पिलाने की बात कही. ताकि मरवाही इलाके में फैल रहें टाइफाइड का कारण सिस्टम को पता लग सके.