बिलासपुर: पुलिस की समझाइश के बाद हरिश चंद्र गेंदले का शव भैंसबोड़ गांव लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया. एएसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल ने बताया,'' बिल्हा थाना क्षेत्र के भैंसबोड़ गांव के निवासी हरिश चंद्र ने आत्महत्या कर ली थी. जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था. इसके बाद परिजनों को समझाइश दी गई थी. गुरुवार को परिजन मान गए और मृतक के शव को अपने गांव लेकर गए.''
बिलासपुर जिले के बिल्हा थाना क्षेत्र में सोमवार को युवक और उसके पिता का पुलिस से विवाद हआ. युवक के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस जवान ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. जिसके बाद से ही युवक मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने पुलिस द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को थाने का घेराव किया. परिजन दोषी पुलिस पर युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर कारवाई करने की मांग पर अड़े रहे. बुधवार को जिला अस्पताल के शव गृह में जब पुलिस प्रशासन मृतक हरीश चंद्र के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसके शव को परिजनों को सौंपने लगा तो परिजन और समाज के लोगों ने उसके शव को लेने से इनकार कर दिया था. गुरुवार को पुलिस की समझाइश के बाद परिजन राजी हुए.
पिता ने रखी ये मांग: मृतक हरिश चंद्र गेंदले के पिता भागीरथी गेंदले का कहना है कि,'' आरोपी पुलिसवाले को अंदर करो, गिरफ्तार करो, मेरे को मारते हुए देखकर बेटे ने आत्महत्या किया है.''
सोमवार को क्या हुआ था: हरिश चंद्र गेंदले ने सोमवार को खुदकुशी किया था. पिता भागीरथी गेंदले ने बताया कि,'' मेरे बेटे की बाइक एक लड़की की साइकिल से टकरा गई थी. लड़की ने थाने में शिकायत की. पुलिसवालों ने मेरी पिटाई कर दी, घसीट कर गाड़ी में डाला और थाना ले गए. उसके बाद मेरे बेटे को भी मारा. मेरी वजह से मेरे पिताजी की पिटाई हो गई, ऐसा सोचकर बेटे ने आत्महत्या कर लिया.''
हालांकि इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया है. एएसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल ने बताया,'' बिल्हा थाना के आरक्षक रुपलाल चंद्रा को निलंबित किया गया है. इस मामले में एक जांच टीम गठित की गई है. जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.'' पुलिस का यह भी कहना है कि जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आयेगी तब तक अपराध कायम नहीं किया जा सकता.