गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: प्रदेश में धान तस्करी का सिलसिला जारी है. सरकार धान तस्करी रोकने के लाख दावे कर रही हो, लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है. जिले में मध्यप्रदेश के धान की तस्करी जोरो से चल रही है. रात के अंधेरे के साथ अब दिन के उजाले में दबंगई और गुंडागर्दी से मध्यप्रदेश से धान लाकर छत्तीसगढ़ में खपाया जा रहा है.
पूरे प्रदेश में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है. जिले की सीमा से लगने वाले मध्यप्रदेश से धान छत्तीसगढ़ में न लाया जा सके, इसके लिए स्थानीय प्रशासन ने एक दर्जन से अधिक सीमावर्ती स्थानों में बेरियर लगाकर धान की आवक रोकने की बात कही है, लेकिन प्रशासन के दावे कितने सही है ये देखने को मिला मरवाही के सिवनी गांव में जहां महज 5 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश के अनूपपुर के उमरिया गांव से रात के अंधेरे के साथ दिन के उजाले में भी धान तस्करी की जा रही है. दबंगई और गुंडई के दम पर मध्यप्रदेश से धान लाकर तस्कर धान को छत्तीसगढ़ के सिवनी इलाके में खपा रहे हैं.
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अवैध रूप से लाए गए धान को किसी किसान पट्टे से खरीदी केंद्र में बेच दिया जाता है. ऐसी ही सूचना पर जब तस्कर की पिकअप वाहन का पीछा कर छत्तीसगढ़ में रोका गया. तो धान तस्करी में लिप्त सिवनी गांव के रहने वाले शिवम गुप्ता उर्फ रसु ने पहले तो गोलमोल जवाब दिया. लेकिन जब उससे कड़ाई से पूछा गया तो वह गुंडागर्दी करते हुए धान से भरी पिकअप वाहन को वहां से लेकर निकल गया.