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बिलासपुर मोर बिजली ऐप में खामियां:नहीं हो रहा उपभोक्ताओं के समस्या का निपटान - छत्तीसगढ़ सरकार की सीएसपीडीसीएल ने मोर बिजली ऐप की शुरुआत

बिलासपुर में मोर बिजली ऐप में कई खामियां देखने को मिल रही है. इन दिनों ऐप में शिकायत करने पर मैसेज आता है कि समस्या का निपटान किया जा चुका है. हालांकि समस्या जस की तस बनी रहती (Faults in Bilaspur Mor Bijli App) है.

Mor Bijli App
मोर बिजली ऐप
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Published : Jun 4, 2022, 9:10 PM IST

बिलासपुर: बिजली समस्या, बिल अदाएगी, खराबी की शिकायत और कई सुविधाओं के साथ छत्तीसगढ़ सरकार की सीएसपीडीसीएल ने "मोर बिजली" ऐप की शुरुआत (CSPDCL of Chhattisgarh Government launched More Bijli App) है. जिस ऐप के माध्यम से सरकार बिजली उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान कर रही थी, वो ऐप फिलहाल काम नहीं कर रहा. जिसके कारण ग्राहकों को बिजली विभाग के दफ्तरों के चक्कर काटना पड़ रहा है.

बिलासपुर मोर बिजली ऐप में खामियां

ग्राहकों की सुविधा के लिए बिजली विभाग ने इस ऐप की शुरुआत तो कर दी थी लेकिन उपभोगताओं की समस्या का समाधान नहीं हो (Faults in Bilaspur Mor Bijli App) रहा. उल्टा उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बघेल सरकार ने की थी ऐप की शुरुआत: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिजली की समस्याओं से निजात दिलाने को उपभोक्ताओं के लिए कई कवायद शुरू की है. मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग से जुड़ी समस्याओं और उसके निदान के लिए उपभोक्ताओं के लिए "मोर बिजली" ऐप की शुरुआत की. इसमें बिजली उपभोक्ता के बिजली से जुड़ी समस्याओं के साथ कार्यालय जाने के बजाए अपने बिल का भुगतान ऐप के माध्यम से किया जा सकता है.

लोगों के लिए सिरदर्द बन रहा ऐप: लेकिन अब ये ऐप लोगों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. मोर बिजली ऐप में की गई शिकायतों का निदान नहीं हो पा रहा है. मैसेज भेज कर यह बता दिया जाता है कि उनकी समस्या का समाधान हो गया है. शहर में इस ऐप को यूज करने वाले उपभोक्ताओं ने बताया है कि मोर बिजली एप के भरोसे उन्होंने अपने बिल का भुगतान कर दिया, लेकिन दूसरे महीने के पिछले माह का बिल जोड़कर भेजा रहा है. इसके अलावा बिजली गुल होने पर ऐप के माध्यम से शिकायत करने पर समस्या का समाधान नहीं हो पाता. बल्कि उन्हें मैसेज कर दिया जाता है कि उनके समस्या का समाधान हो गया है.

गर्मी में बिना कारण बंद कर दिया जाता है बिजली: बिलासपुर के कोनी मार्ग में रहने वाले पवन सोनी ने ईटीवी भारत को बताया कि उनके घर की बिजली जब भी बंद होती है तो वो मोर बिजली ऐप के शिकायत बॉक्स में अपनी शिकायत डालते हैं. लेकिन एक-दो घंटे बाद उन्हें ऐप में जानकारी भेजी जाती है कि उनकी बिजली सुधार ली गई है. हालांकि समस्या खत्म होती ही नहीं. वहीं, उपभोक्ता पवन सोनी ने ईटीवी भारत से कहा कि सरकारी उपक्रमों में यही एक बड़ी समस्या है कि काम हुआ नहीं होता और उसका ढिंढोरा पहले पीट दिया जाता है. बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शिकायत पर ध्यान तो नहीं देते और उनकी वजह से वे आए दिन परेशान होते हैं.

बिना कारण बंद कर दिया जाता है बिजली: शहर की चुचुहियापारा में रहने वाले मनीष मिश्रा कहते हैं कि वो मोर बिजली का उपयोग करते हैं. इसके माध्यम से बिजली बिल का भुगतान भी करते है. इसमें शिकायत बॉक्स पर वे जब भी बिजली गुल होती है वो उसकी शिकायत करते हैं. थोड़ी देर में उन्हें रिप्लाई आता है. जिसमें उनके बिजली का सुधार कर लिया गया है का मैसेज होता है. लेकिन 5 से 6 घंटे तक बिजली गुल ही रहता है. मनीष का मैसेज देने के बाद भी बिजली का सुधार नहीं किया जाता है. 45 डिग्री टेंपरेचर गर्मी में बिजली बंद होने की समस्या से जूझते रहते हैं. अपनी शिकायत लेकर वे कार्यालय जाते हैं. तो उनकी समस्या सुनी नहीं जाती. उल्टा उन्हें शिकायत करने कहा जाता है. जबकि ऐप में पहले ही उनकी बिजली सुधारने की बात का मैसेज भेज दिया जाता है.ऐसे में वो घंटों गर्मी में परेशान होते रहते हैं. बिजली की समस्या से उन्हें जूझना पड़ता है.

ग्राम पंचायतों में सबसे ज्यादा समस्या: ग्राम देवरी के रहने वाले सुरेश खरे कहते हैं कि उनके यहां बिजली की सबसे ज्यादा समस्या रहती है. गांव में अक्सर 6 से 7 घंटे बिजली बंद कर दी जाती है. समस्या की जानकारी लेने पर यह बताया जाता है कि मेन लाइन पर पेड़ गिर गया है. इसलिए बिजली का सुधार कार्य करने के लिए लाइन बंद किया गया है. जबकि बिना आंधी तूफान के पेड़ कैसे गिर सकता है. सुरेश खरे कहते हैं कि वो ऐप का उपयोग तो कर रहे हैं लेकिन इसका फायदा नहीं होता. शिकायत बॉक्स पर शिकायत करने पर मैसेज में बिजली सुधार हो गया है का मैसेज आता है लेकिन लाइन बंद ही रहती है.

नहीं होता समस्या का निपटान: सीएसपीडीसीएल के कार्यपालन अभियंता सुरेश कुमार जांगड़े ने बताया कि जब कभी भी फीडर या सब स्टेशन में बिजली में समस्या आने पर बंद किया जाता है. उसके बाद सुधार कार्य कर लेने पर यह समझा जाता है कि उपभोक्ताओं की बिजली बन गई है. उन्हें सुधार कार्य होने और समस्या के समाधान होने का मैसेज भेज दिया जाता है. मोर बिजली ऐप में लोगों को मैसेज भेज दिया जाता है और समझा जाता है कि उपभोक्ता के बिजली समस्या का समाधान हो गया है. मोर बिजली ऐप में अगर समस्या है तो संबंधित को इसके सुधार के लिए निर्देशित किया जाएगा.

क्या है मोर बिजली ऐप और कौनसी सुविधाए है: छत्तीसगढ़ शासन की बिजली विभाग में बिजली से जुड़ी समस्या और निदान के लिए मोर बिजली ऐप बनाया है. इस ऐप में बिजली बिल के भुगतान के साथ ही अन्य सुविधाएं प्रदान की गई है.

मोर बिजली ऐप की सुविधाएं

  • बिजली बिल
  • बिजली बिल भुगतान
  • बिल भुगतान विवरण
  • ट्रांसफार्मर खराब
  • बिजली शिकायत
  • बिजली खपत पैटर्न
  • मीटर रीडिंग भेजे
  • आपातकालीन शिकायत
  • बिल की गड़ना ( घरेलू कनेक्शन)
  • नया बिजली कनेक्शन
  • अन्य आवेदन
  • बिजली बिल हाफ योजना में प्राप्त छूट
  • सोलर रूफटॉप के लिए आवेदन
  • प्रोफाइल एडिट
  • टैरिफ बिजली की दरें
  • परिवेशी पॉलिसी
  • सुझाव

बिलासपुर: बिजली समस्या, बिल अदाएगी, खराबी की शिकायत और कई सुविधाओं के साथ छत्तीसगढ़ सरकार की सीएसपीडीसीएल ने "मोर बिजली" ऐप की शुरुआत (CSPDCL of Chhattisgarh Government launched More Bijli App) है. जिस ऐप के माध्यम से सरकार बिजली उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान कर रही थी, वो ऐप फिलहाल काम नहीं कर रहा. जिसके कारण ग्राहकों को बिजली विभाग के दफ्तरों के चक्कर काटना पड़ रहा है.

बिलासपुर मोर बिजली ऐप में खामियां

ग्राहकों की सुविधा के लिए बिजली विभाग ने इस ऐप की शुरुआत तो कर दी थी लेकिन उपभोगताओं की समस्या का समाधान नहीं हो (Faults in Bilaspur Mor Bijli App) रहा. उल्टा उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बघेल सरकार ने की थी ऐप की शुरुआत: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिजली की समस्याओं से निजात दिलाने को उपभोक्ताओं के लिए कई कवायद शुरू की है. मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग से जुड़ी समस्याओं और उसके निदान के लिए उपभोक्ताओं के लिए "मोर बिजली" ऐप की शुरुआत की. इसमें बिजली उपभोक्ता के बिजली से जुड़ी समस्याओं के साथ कार्यालय जाने के बजाए अपने बिल का भुगतान ऐप के माध्यम से किया जा सकता है.

लोगों के लिए सिरदर्द बन रहा ऐप: लेकिन अब ये ऐप लोगों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. मोर बिजली ऐप में की गई शिकायतों का निदान नहीं हो पा रहा है. मैसेज भेज कर यह बता दिया जाता है कि उनकी समस्या का समाधान हो गया है. शहर में इस ऐप को यूज करने वाले उपभोक्ताओं ने बताया है कि मोर बिजली एप के भरोसे उन्होंने अपने बिल का भुगतान कर दिया, लेकिन दूसरे महीने के पिछले माह का बिल जोड़कर भेजा रहा है. इसके अलावा बिजली गुल होने पर ऐप के माध्यम से शिकायत करने पर समस्या का समाधान नहीं हो पाता. बल्कि उन्हें मैसेज कर दिया जाता है कि उनके समस्या का समाधान हो गया है.

गर्मी में बिना कारण बंद कर दिया जाता है बिजली: बिलासपुर के कोनी मार्ग में रहने वाले पवन सोनी ने ईटीवी भारत को बताया कि उनके घर की बिजली जब भी बंद होती है तो वो मोर बिजली ऐप के शिकायत बॉक्स में अपनी शिकायत डालते हैं. लेकिन एक-दो घंटे बाद उन्हें ऐप में जानकारी भेजी जाती है कि उनकी बिजली सुधार ली गई है. हालांकि समस्या खत्म होती ही नहीं. वहीं, उपभोक्ता पवन सोनी ने ईटीवी भारत से कहा कि सरकारी उपक्रमों में यही एक बड़ी समस्या है कि काम हुआ नहीं होता और उसका ढिंढोरा पहले पीट दिया जाता है. बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शिकायत पर ध्यान तो नहीं देते और उनकी वजह से वे आए दिन परेशान होते हैं.

बिना कारण बंद कर दिया जाता है बिजली: शहर की चुचुहियापारा में रहने वाले मनीष मिश्रा कहते हैं कि वो मोर बिजली का उपयोग करते हैं. इसके माध्यम से बिजली बिल का भुगतान भी करते है. इसमें शिकायत बॉक्स पर वे जब भी बिजली गुल होती है वो उसकी शिकायत करते हैं. थोड़ी देर में उन्हें रिप्लाई आता है. जिसमें उनके बिजली का सुधार कर लिया गया है का मैसेज होता है. लेकिन 5 से 6 घंटे तक बिजली गुल ही रहता है. मनीष का मैसेज देने के बाद भी बिजली का सुधार नहीं किया जाता है. 45 डिग्री टेंपरेचर गर्मी में बिजली बंद होने की समस्या से जूझते रहते हैं. अपनी शिकायत लेकर वे कार्यालय जाते हैं. तो उनकी समस्या सुनी नहीं जाती. उल्टा उन्हें शिकायत करने कहा जाता है. जबकि ऐप में पहले ही उनकी बिजली सुधारने की बात का मैसेज भेज दिया जाता है.ऐसे में वो घंटों गर्मी में परेशान होते रहते हैं. बिजली की समस्या से उन्हें जूझना पड़ता है.

ग्राम पंचायतों में सबसे ज्यादा समस्या: ग्राम देवरी के रहने वाले सुरेश खरे कहते हैं कि उनके यहां बिजली की सबसे ज्यादा समस्या रहती है. गांव में अक्सर 6 से 7 घंटे बिजली बंद कर दी जाती है. समस्या की जानकारी लेने पर यह बताया जाता है कि मेन लाइन पर पेड़ गिर गया है. इसलिए बिजली का सुधार कार्य करने के लिए लाइन बंद किया गया है. जबकि बिना आंधी तूफान के पेड़ कैसे गिर सकता है. सुरेश खरे कहते हैं कि वो ऐप का उपयोग तो कर रहे हैं लेकिन इसका फायदा नहीं होता. शिकायत बॉक्स पर शिकायत करने पर मैसेज में बिजली सुधार हो गया है का मैसेज आता है लेकिन लाइन बंद ही रहती है.

नहीं होता समस्या का निपटान: सीएसपीडीसीएल के कार्यपालन अभियंता सुरेश कुमार जांगड़े ने बताया कि जब कभी भी फीडर या सब स्टेशन में बिजली में समस्या आने पर बंद किया जाता है. उसके बाद सुधार कार्य कर लेने पर यह समझा जाता है कि उपभोक्ताओं की बिजली बन गई है. उन्हें सुधार कार्य होने और समस्या के समाधान होने का मैसेज भेज दिया जाता है. मोर बिजली ऐप में लोगों को मैसेज भेज दिया जाता है और समझा जाता है कि उपभोक्ता के बिजली समस्या का समाधान हो गया है. मोर बिजली ऐप में अगर समस्या है तो संबंधित को इसके सुधार के लिए निर्देशित किया जाएगा.

क्या है मोर बिजली ऐप और कौनसी सुविधाए है: छत्तीसगढ़ शासन की बिजली विभाग में बिजली से जुड़ी समस्या और निदान के लिए मोर बिजली ऐप बनाया है. इस ऐप में बिजली बिल के भुगतान के साथ ही अन्य सुविधाएं प्रदान की गई है.

मोर बिजली ऐप की सुविधाएं

  • बिजली बिल
  • बिजली बिल भुगतान
  • बिल भुगतान विवरण
  • ट्रांसफार्मर खराब
  • बिजली शिकायत
  • बिजली खपत पैटर्न
  • मीटर रीडिंग भेजे
  • आपातकालीन शिकायत
  • बिल की गड़ना ( घरेलू कनेक्शन)
  • नया बिजली कनेक्शन
  • अन्य आवेदन
  • बिजली बिल हाफ योजना में प्राप्त छूट
  • सोलर रूफटॉप के लिए आवेदन
  • प्रोफाइल एडिट
  • टैरिफ बिजली की दरें
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