बिलासपुर: Kanan Pendari Zoological Garden बिलासपुर के कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन में लंबे समय से जानवरों के मरने की खबरें वन्य प्राणी प्रेमियों को झकझोरती रही है. लेकिन अब कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन से खुशियों भरी तस्वीर सामने आई है. जहां बाघिन ने 4 शावकों को जन्म दिया था. अब वे 6 महीने के हो गए हैं. शावकों को कानन जू में 17 अप्रैल रविवार की रात शेरनी रंभा ने जन्म दिया था. एक साथ चार शावकों के जन्म से कानन में खुशियां आ गई थी. शावकों को कानन प्रबंधन ने कड़ी सुरक्षा में रखा है. फिलहाल शावकों को पर्यटकों के दर्शन के लिए डिस्प्ले में रखा गया है.
एक साल में दो बाघों की मौत ने बढ़ा दी थी चिंता: कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन में एक साल में दो बाघों की मौत ने कानन प्रबंधन के साथ ही वन्य जीव प्रेमियों को मायूस कर रखा था. कानन में एक टाइगर की उम्रदराज होने से मौत और दूरी मादा बाघिन पर एक बाघ ने हमला कर दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई थी. दो बाघों की मौत ने कानन को मायूस कर दिया था. इसके बाद 18 अप्रैल को एक मादा लायन की भी मौत यहा हो गई थी. मादा लायन भी बच्चे को जन्म देने के दौरान मर गई थी. मादा लायन और रंभा बाघिन दोनों एक साथ अपने बच्चो को जन्म दे रहे थे. जिसमें मादा शेरनी फेल हो गई और उसकी मौत हो गई थी. लेकिन रंभा बाघिन चार शावकों को जन्म देने में सफल रही
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शावकों का कानन प्रबंधन कर रहा देखभाल: बाघिन रंभा और चारों शावकों की देखभाल गंभीरता से की जा रही है. समय पर रंभा को खाना पीना दिया जा रहा है. मां का दूध पीकर शावक स्वस्थ हो रहे हैं. कानन प्रबंधन ने अब तक शावकों के पास केयर टेकर के अलावा किसी को भी जाने नहीं दिया है. लेकिन अब शावक पूरी तरह स्वस्थ्य हैं. उन्हें डिस्प्ले में रखा गया है. मादा बाघिन और उसके शावकों की देखभाल करने वाले केयर टेकर और सुरक्षागार्ड की निगरानी में शावक केज में धूप का मजा और भाई बहन साथ खेल का मजा ले रहे हैं.