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चिटफंड के आरोपियों पर शिकंजा, 5 करोड़ की ठगी करने वाला दंपति रायपुर से गिरफ्तार - ठगी करने वाला दंपत्ति रायपुर से गिरफ्तार

बिलासपुर पुलिस (action of bilaspur police) ने जीएन गोल्ड कंपनी (GN Gold Company) के संचालकों के बाद अब (Action on the accused of chit fund) कंपनी से जुड़े दो लोगों की गिरफ्तारी की है. जिसमें एक महिला और एक पुरुष है. पुलिस लगातार चिटफंड के आरोपियों पर कार्रवाई कर रही है.

Fraudulent couple arrested from Raipur
ठगी करने वाला दंपत्ति रायपुर से गिरफ्तार
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Published : Dec 16, 2021, 9:52 PM IST

Updated : Dec 16, 2021, 11:01 PM IST

बिलासपुर: बिलासपुर पुलिस ने चिटफंड के आरोपियों पर (chit fund cases in chhattisgarh) शिकंजा कस दिया है. एक सप्ताह के भीतर चिटफंड के (Action on the accused of chit fund)आरोपियों की तीसरी बार गिरफ्तारी हुई है. पकड़े गए आरोपियों में एक महिला सहित दो लोग हैं. इन पर 5 करोड़ की ठगी का आरोप है.

चिटफंड के आरोपियों पर शिकंजा

सीएम के निर्देश के बाद कार्रवाई में तेजी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद बिलासपुर पुलिस चिटफण्ड से जुड़े आरोपियों को पकड़ने में लगातार सफलता हासिल कर रही है. एक दिन पहले भी पुलिस ने जीएन गोल्ड चिटफण्ड के माध्यम से 5 करोड़ रुपए के आरोपी खगेन्द्र गोपचे को पकड़ा था. आज भी इसी कंपनी से जुड़े पति-पत्नी शैलेन्द्र बन गोस्वामी और मंजुला बन गोस्वामी (Shailendra Ban Goswami and Manjula Ban Goswami) को गिरफ्तार किया है. ये दोनों धमतरी के रहने वाले हैं. इनकी गिरफ्तारी बिलासपुर से हुई है. आरोपी दम्पत्ति करीब 17 प्रकरणों में 5 करोड़ों रुपए चिटफंड के माध्यम से ठगी करने का आरोपी है. जीएन गोल्ड कंपनी के खिलाफ जिले के कोटा, बिल्हा, रतनपुर, तखतपुर, सरकंडा, मस्तूरी थानों में 7 मामले दर्ज हैं और इसी तरह दूसरे जिलों में धमतरी, कोरबा, सूरजपुर, रायपुर, दुर्ग, बेमेतरा के कई थानों में भी कुल 17 अपराध दर्ज हैं. इन प्रकरणों में आरोपियों ने लगभग 5 करोड रुपए की ठगी की थी. गुरुवार को पकड़े गए दम्पत्ति चिटफण्ड मामले में धमतरी जेल में बंद थे और जमानत पर जेल से निकलने के बाद फरार हो गए थे.

Chitfund मामले में बिलासपुर पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

लक्ष्मीकांत साहू की शिकायत पर कार्रवाई

कोटा के रहने वाले लक्ष्मीकांत साहू ने खुद के साथ चिटफंड के माध्यम से ठगी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने जीएन गोल्ड कंपनी के संचालक सतनाम सिंह रंधावा, शैलेंद्र गोस्वामी, खोमेंद्र बोपचे और अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. लक्ष्मीकांत साहू ने रिपोर्ट में यह बात बताई थी कि जीएन गोल्ड कंपनी के संचालकों ने उसे रकम दोगुना करने का लालच दिया था. पैसा नहीं डूबने का विश्वास हासिल करने के लिए बॉन्ड भी दिया था. लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो ऑफिस में ताला लगाकर सभी एजेंट व डायरेक्टर फरार हो गए.

लगातार हो रही है गिरफ्तारी

पुलिस ने पहले कंपनी के डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को गिरफ्तार किया. फिर बाकी के बचे आरोपियों की तलाश कर रही थी. पुलिस ने दिसंबर माह में ही पहले हरियाणा से नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था. दूसरी बार महाराष्ट्र गोंदिया से आरोपी खोमेंद्र बोपचे को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में फरार आरोपियों में से एक शैलेंद्र गोस्वामी की संपत्ति को कुर्क करने के लिए धमतरी कलेक्टर को पत्राचार भी किया गया है. जिसकी प्रक्रिया अभी जारी है. गुरुवार को पुलिस ने शैलेन्द्र बन गोस्वामी और मंजुला बन गोस्वामी को गिरफ्तार किया है. आरोपी खोमेंद्र बोपचे के खिलाफ की कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है. चिटफण्ड जीएन गोल्ड कंपनी के दोनों आरोपियों से पुलिस ने 18 तोला सोना और 6 लाख रुपया जब्त किया है.

बिलासपुर: बिलासपुर पुलिस ने चिटफंड के आरोपियों पर (chit fund cases in chhattisgarh) शिकंजा कस दिया है. एक सप्ताह के भीतर चिटफंड के (Action on the accused of chit fund)आरोपियों की तीसरी बार गिरफ्तारी हुई है. पकड़े गए आरोपियों में एक महिला सहित दो लोग हैं. इन पर 5 करोड़ की ठगी का आरोप है.

चिटफंड के आरोपियों पर शिकंजा

सीएम के निर्देश के बाद कार्रवाई में तेजी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद बिलासपुर पुलिस चिटफण्ड से जुड़े आरोपियों को पकड़ने में लगातार सफलता हासिल कर रही है. एक दिन पहले भी पुलिस ने जीएन गोल्ड चिटफण्ड के माध्यम से 5 करोड़ रुपए के आरोपी खगेन्द्र गोपचे को पकड़ा था. आज भी इसी कंपनी से जुड़े पति-पत्नी शैलेन्द्र बन गोस्वामी और मंजुला बन गोस्वामी (Shailendra Ban Goswami and Manjula Ban Goswami) को गिरफ्तार किया है. ये दोनों धमतरी के रहने वाले हैं. इनकी गिरफ्तारी बिलासपुर से हुई है. आरोपी दम्पत्ति करीब 17 प्रकरणों में 5 करोड़ों रुपए चिटफंड के माध्यम से ठगी करने का आरोपी है. जीएन गोल्ड कंपनी के खिलाफ जिले के कोटा, बिल्हा, रतनपुर, तखतपुर, सरकंडा, मस्तूरी थानों में 7 मामले दर्ज हैं और इसी तरह दूसरे जिलों में धमतरी, कोरबा, सूरजपुर, रायपुर, दुर्ग, बेमेतरा के कई थानों में भी कुल 17 अपराध दर्ज हैं. इन प्रकरणों में आरोपियों ने लगभग 5 करोड रुपए की ठगी की थी. गुरुवार को पकड़े गए दम्पत्ति चिटफण्ड मामले में धमतरी जेल में बंद थे और जमानत पर जेल से निकलने के बाद फरार हो गए थे.

Chitfund मामले में बिलासपुर पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

लक्ष्मीकांत साहू की शिकायत पर कार्रवाई

कोटा के रहने वाले लक्ष्मीकांत साहू ने खुद के साथ चिटफंड के माध्यम से ठगी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने जीएन गोल्ड कंपनी के संचालक सतनाम सिंह रंधावा, शैलेंद्र गोस्वामी, खोमेंद्र बोपचे और अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. लक्ष्मीकांत साहू ने रिपोर्ट में यह बात बताई थी कि जीएन गोल्ड कंपनी के संचालकों ने उसे रकम दोगुना करने का लालच दिया था. पैसा नहीं डूबने का विश्वास हासिल करने के लिए बॉन्ड भी दिया था. लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो ऑफिस में ताला लगाकर सभी एजेंट व डायरेक्टर फरार हो गए.

लगातार हो रही है गिरफ्तारी

पुलिस ने पहले कंपनी के डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को गिरफ्तार किया. फिर बाकी के बचे आरोपियों की तलाश कर रही थी. पुलिस ने दिसंबर माह में ही पहले हरियाणा से नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था. दूसरी बार महाराष्ट्र गोंदिया से आरोपी खोमेंद्र बोपचे को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में फरार आरोपियों में से एक शैलेंद्र गोस्वामी की संपत्ति को कुर्क करने के लिए धमतरी कलेक्टर को पत्राचार भी किया गया है. जिसकी प्रक्रिया अभी जारी है. गुरुवार को पुलिस ने शैलेन्द्र बन गोस्वामी और मंजुला बन गोस्वामी को गिरफ्तार किया है. आरोपी खोमेंद्र बोपचे के खिलाफ की कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है. चिटफण्ड जीएन गोल्ड कंपनी के दोनों आरोपियों से पुलिस ने 18 तोला सोना और 6 लाख रुपया जब्त किया है.

Last Updated : Dec 16, 2021, 11:01 PM IST
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