बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय आज कांग्रेस में शामिल हो गए. रायपुर राजीव भवन में साय ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान सीएम भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद थे. नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि," वो इतने समझदार होकर कांग्रेस कैसे ज्वाइन कर सकते हैं. आखिर कांग्रेस ने उन्हें कैसे पार्टी में शामिल करने के लिए तैयार किया."
कांग्रेस के खिलाफ लड़ने वाला कैसे कांग्रेस का हो गया: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि" नंदकुमार साय इतने समझदार और इतने वरिष्ठ हैं कि,वो कांग्रेस कैसे ज्वाइन कर सकते हैं? वह जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ते आ रहे हैं. अब उसी पार्टी में चले गए. भाजपा ने तो नंदकुमार साय को पूरा सम्मान दिया. कांग्रेस के खिलाफ उन्होंने जीवन भर लड़ाई लड़ी और उनका पूरा वैचारिक मतभेद रहा है. फिर वो कैसे उस पार्टी में शामिल हो गए. नंदकुमार साय को नीचे से लेकर ऊपर तक पदों से भाजपा ने नवाजा. आज वे कांग्रेस पार्टी के साथ शामिल हुए हैं, यह सोचने का विषय है. आज भी पार्टी उनका पूरा सम्मान करती है. "
बीजेपी में साय बड़े पदों पर रहें: अरुण साव ने कहा कि, "नंदकुमार साय पार्टी में लगातार 1977 से काम कर रहे हैं. पार्टी ने उन्हें तीन बार विधायक बनाया, तीन बार वे लोकसभा सांसद रहे, दो बार राज्यसभा के सांसद रहे. मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे. छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे. नेता प्रतिपक्ष भी रहे. अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. पार्टी ने हमेशा उन्हें सम्मान दिया है. बड़े-बड़े पदों से नवाजा है. जो नेता जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़े और कांग्रेस ने भी उन्हें समय-समय पर अपमानित करने का काम किया है. उन्हें शारीरिक क्षति पहुंचाने का काम किया है. ऐसे में ऐसा नेता कांग्रेस में शामिल हो जाए. ये समझ से परे है"
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आखिर कांग्रेस नंद कुमार साय को कैसे तैयार किया: अरुण साव ने कहा कि, "निश्चित तौर पर से यह सोचने का विषय है कि, आखिर कांग्रेस पार्टी में उन्हें तैयार कैसे किया. ऐसे समय में जब कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी समाज को अपमानित करने का काम किया है. आदिवासी समाज के आरक्षण को छीनने का काम किया है. 75 साल से कांग्रेस पार्टी में आदिवासियों को कोई बड़ा पद नहीं दिया है. अभी जो आदिवासी राष्ट्रपति हैं, वह पद भी भाजपा ने दिया है. आदिवासी समाज से छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम को मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों अपमानित किया है. ऐसे में कांग्रेस में जाने की नंदकुमार साय की क्या मंशा है? यह सोचने वाली बात होगी."
चुनावी साल में नंदकुमार साय ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. ऐसे में देखने वाली बात होगी की बीजेपी इस सदमे से कैसे उबरती है.