बिलासपुर: जिले के सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड सेना के जवान के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने मंडी निरीक्षक के पद पर नौकरी लगाने का झांसा देकर रिटायर्ड जवान के साथ लाखों रुपये की ठगी की थी.
ये है पूरा मामला: सरकंडा थाना क्षेत्र के राजकिशोर नगर में रहने वाले जगदीश प्रसाद चंद्रा आर्मी रिटायर्ड है. उन्होंने थाने में 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट लिखाई. उन्होंने बताया कि दिसंबर 2021 में बरतोरी के रहने वाले उनके दोस्त विजय कौशिक के जरिए उनकी पहचान योगेश सनाड्य नाम के व्यक्ति से हुई. बातचीत के दौरान जगदीश चन्द्रा ने मंडी निरीक्षक के पद पर आवेदन करने की बात कही. इस पर योगेश सनाढ्य में मंत्रालय में अच्छी पहचान होने और मंत्री के कथित पीए छोटू यादव से अच्छी पहचान होने का दावा करते हुए मंडी निरीक्षक की नौकरी लगवाने का दावा किया. इसके लिए 15 लाख रुपये खर्च होने की बात भी कही.
मंडी निरीक्षक की नौकरी के नाम पर 11 लाख की ठगी: आर्मी से रिटायर होने के बाद फिर से नौकरी की चाहत रखने वाले जगदीश प्रसाद को योगेश का ऑफर अच्छा लगा. उसने कई बार करके 11 लाख रुपये योगेश के एकाउंट में जमा कर दिए. रुपये तो ट्रांसफर हो गए लेकिन नौकरी नहीं लगी. जगदीश प्रसाद ने अपने दोस्त विजय कौशिक से बात की. विजय ने योगेश को अपना रिश्तेदार होने की बात कहकर रुपये वापस दिलाने का भरोसा दिलाया. लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी ना नौकरी मिली ना रुपये मिले. इस से परेशान रिटायर्ट आर्मी जवान सरकंडा थाने पहुंचा.
छुप छुपकर घर आना जाना करता था आरोपी: रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मंत्री के कथित पीए छोटू यादव और योगेश सनाड्य की तलाश शुरू की. पुलिस ने आरोपियों के फोन सर्विलांस पर लिए. छोटू यादव की लोकेशन पुणे में मिली. 31 मई को पुलिस वहां पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार किया. इसी बीच पुलिस को खबर मिली कि योगेश सनाड्य फरारी के बाद से छुप छुपकर बिलासपुर अपने घर आना जाना करता है. पुलिस ने योगेश सनाड्य को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और शनिवार को बिल्हा थाना क्षेत्र के बरतोरी गांव से गिरफ्तार किया.