गौरेला पेंड्रा मरवाही: मरवाही वन मंडल में आया बाघ लगातार दहशत का पर्याय बना हुआ है. बाघ ने आज खोडरी वन परिक्षेत्र में बैल का शिकार किया. बैल के शिकार किए जाने की खब से पूरा इलाका दहशत में है. वन विभाग की टीम ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. टीम लगातार गांवों में सुरक्षा के लिहाज से मुनादी भी करा रही है. लोगों से अपील की जा रही है कि वो जंगल की ओर नहीं जाएं. बाघ की दहशत का ये आलम है कि लोग अंधेरा होते ही घरों में दुबकने को मजबूर हैं.
बाघ ने किया बैल का शिकार: बाघ के गले में रेडियो कॉलर लगा हुआ है. रेडियो कॉलर की मदद से वन विभाग की टीम लगातार उसपर नजर रख रही है. वन विभाग के मुताबिक बाघिन कान्हा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश से आई है. वन विभाग की टीम ने बताया कि बाघिन ने बैल का शिकार किया है और खाने के बाद वो वहीं पर आराम कर रही है. मरवाही वन मंडल के डीएफओ लगातार अपनी टीम के साथ मौके पर डटे हैं. वन विभाग के डीएफओ ने बताया कि पूर्व में बाघिन को ट्रैक्यूलाइज कर रेडियो कॉलर लगाया गया है. बाघिन को बाद में अचानकमार टाइगर रिजर्व में भी छोड़ा गया था.
हम लगातार बाघिन पर नजर बनाए हुए हैं. बाघिन के गले में रेडियो कॉलर लगा हुआ है. उसकी मॉनिटरिंग जारी है. बिजली विभाग से बात कर हम कोशिश कर रहे हैं कि इलाके में बिजली बाधित नहीं हो. अंधेरे की वजह से बाघिन का खतरा इलाके में बढ़ सकता है. - रौनक गोयल, डीएफओ, मरवाही वन मंडल
बाघिन बना रही नया टेरेटरी: वन विभाग की एक पूरी टीम गांव के आसपास मौजूद है जो बाघिन के हर मूवमेंट पर लगातार नजर बनाए हुए है. वन विभाग की कोशिश है कि बाघिन के रास्ते में आने वाले गांव में पहले से ही अलर्ट किया जा सके. छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से बाघों की मूवमेंट बढ़ी है उससे वन विभाग काफी उत्साहित है. नए टेरेटरी की तलाश में आए बाघ और इंसानों के बीच सुरक्षित दूरी बनी रहे इसके लिए भी विभाग काफी मशक्कत कर रहा है.