बिलासपुर: बीते दिनों शिक्षा विभाग में चयनित शिक्षकों की पोस्टिंग के नाम पर लेनदेन का एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें शिक्षक नंद कुमार साहू द्वारा मनचाहे जगह पोस्टिंग के लिए 90 हजार रुपए की मांग की जा रही थी. ऑडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग बिलासपुर ने कार्रवाई करते हुए शिक्षक नंदकुमार साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. हालंकि इस दौरान वायरल ऑडियो पर बिलासपुर रेंज आईजी रतनलाल डांगी ने भी संज्ञान लिया और एसपी को इसके जांच के निर्देश दिए. जिसके बाद एसपी ने एडिशनल एसपी गरिमा द्विवेदी को जांच का जिम्मा सौंपा और विस्तृत जांच के निर्देश दिए.
दो किस्तों में दे दिये 85 हजार
जांच के दौरान वायरल ऑडियो के आधार पर जांजगीर-चांपा जिले के सोठी निवासी प्रार्थी शिक्षक ने बताया कि वे शिक्षा विभाग में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं. साल 2019 में शिक्षा विभाग में व्यापम द्वारा शिक्षक के पद का विज्ञापन निकला था, जिसमें उनकी पत्नी ने फॉर्म भरा था. फॉर्म में उन्होंने अपना मोबाइल नंबर भी दिया था. इसके बाद 20 जनवरी को चयनित सूची में नाम आने के बाद उनके मोबाइल नंबर पर फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम शिक्षक नंदकुमार साहू बताते हुए पोस्टिंग के लिए प्रार्थी से 85 हजार की मांग की और सेटिंग कराने का दावा किया. इस दौरान बार-बार दबाव देने के बाद प्रार्थी ने दो किस्तों में करीब 85 हजार रुपए उसे दे दिए.
लेन-देन का ऑडियो कर दिया वायरल
बताया जा रहा है प्रार्थी ने लेनदेन का ऑडियो वायरल कर दिया. जिसके बाद शिक्षा विभाग और पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया. जांच के बाद अब पुलिस ने शिक्षक नंदकुमार साहू और योगेश पांडे को गिरफ्तार किया है. आरोपी शिक्षकों से पूछताछ में पता चला है कि कमीशन के लालच में चयनित शिक्षकों की लिस्ट लेकर उनके मोबाइल नंबरों में संपर्क कर मनचाही जगह पोस्टिंग दिलाने का लालच देकर वे अभ्यर्थियों से अवैध वसूली कर रहे थे. आरोपियों से चयनित शिक्षकों की सूची और 18 हजार नगद बरामद किया गया है. आरोपी शिक्षकों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.