बीजापुर: छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान से पुलिस को लगातार सफलताएं मिल रही है. शासन की पुनर्वास नीति से भी नक्सली प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने लगे हैं. इसी क्रम में आज (सोमवार) एक कुख्यात और आठ लाख रुपये का इनामी नक्सली डॉक्टर प्रशांत ने एसपी दिव्यांग पटेल और डीआईजी CRPF कोमल सिंह के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
जिले में लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. वहीं पुलिस और अर्ध सैनिक बलों द्वारा गांव-गांव में जाकर नक्सलवाद से होने वाले नुकसान और शासन की पुनर्वास नीति और योजनाओं से ग्रामीणों को अवगत कराया जा रहा है. इसके नतीजे के रूप में बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.
कई बड़ी वारदातों में है आरोपी
इनामी नक्सली सोनू उर्फ डॉक्टर प्रशांत मोडियम ओडिशा के KKBN एरिया में डीवीसी के पद पर तैनात था. डॉक्टर प्रशांत अपने पास एके-47 हथियार भी रखता था. संगठन में रहते हुए डॉक्टर प्रशांत ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है.