बीजापुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी किसी त्योहार की तरह है. प्रदेश के किसान हर साल अपनी फसल को बेचने का इंतजार करते हैं. खासतौर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में धान बेचने के लिए किसानों को कई परेशानियां उठानी पड़ती हैं. इस साल बीजापुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित ग्राम इलमिड़ी क्षेत्र के किसान बहुत खुश हैं. इस साल उन्हें अपनी फसल बेचने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि इलमिड़ी में ही इस साल धान खरीदी केंद्र खोला गया है. इससे 14 गांवों के 400 से ज्यादा किसानों को सहूलियत होगी.
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि पहले धान बेचने के लिए पहले 10 से 20 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था. लेकिन अब सुविधा होगी. वे आसानी से धान उठाकर ला सकेंगे और खर्च भी बचेगा. इस साल प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्र के किसानों को सुविधा देने के लिए 260 नवीन धान उपार्जन केन्द्र खोले गए हैं.
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नहीं तय करना पड़ेगा लंबा सफर
किसानों का कहना है कि पहले उन्हें किराया ज्यादा देना पड़ता था. पहले केंद्र में ही रहना, खाना और सोना पड़ता था. इस साल बहुत सहूलियत होगी. पहले 20 किलोमीटर जाना पड़ता था, इस साल 9 किलोमीटर ही जाना पड़ेगा. अधिकारियो का भी कहना है कि इस साल नया धान खरीदी केंद्र खुलने से किसानों को सहूलियत होगी.
किसानों को होगी सहूलियत
इलमिड़ी धान खरीदी केन्द्र के माध्यम से लंकापल्ली, जिनिप्पा, आईपेंटा, एंगपल्ली, सकनापल्ली, मुजालकांकेर, सेमलडोडी, पेरमपल्ली, भट्टीगुड़ा, फरसापल्ली, रगईगुड़ा, गुबलगुड़ा और गुपकोंटा जैसे दूरस्थ ग्रामों के किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए सहूलियत होगी.