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प्लेसमेंट कर्मचारियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, ठेका प्रथा बन्द करने की मांग

नगरीय निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारियों ने धमतरी के गांधी मैदान से कलेक्टोरेट तक रैली निकालकर अपनी मांगों को पूरा करने की मांग रखी है.

employees Protest in Dhamtari
प्लेसमेंट कर्मचारियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 22, 2024, 10:55 PM IST

धमतरी : नगरीय निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारी धमतरी में 19 नवम्बर से हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारियों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया. जिले भर के निकाय कर्मचारियों ने रैली निकाली और कलेक्टोरेट के सामने जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.

ठेका प्रथा बंद करने की मांग : नगरीय निकाय के प्लेसमेंट कर्मचारी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर शहर के गांधी मैदान में 19 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं. शुक्रवार को हड़ताली कर्मचारियों ने गांधी मैदान से कलेक्टोरेट तक पैदल रैली निकाली. इस दौरान प्लेसमेंट कर्मचारी ने कलेक्ट्रेट के घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने ठेका प्रथा बंद करने की मांग की है. कर्मचारियों ने कहा कि ठेका सिस्टम में शासन और कर्मचारियों दोनों का नुकसान हो रहा है, इसे बन्द किया जाना चाहिए.

प्लेसमेंट कर्मचारियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव (ETV Bharat)

निगम के प्लेसमेंट कर्मचारी लंबे समय से वेतन में बढ़ोतरी, समय पर भुगतान, स्थायी नौकरी का दर्जा और बेहतर कार्य परिस्थितियों जैसी बुनियादी मांगें उठा रहे हैं. शासन बार बार आश्वासन देने के बावजूद हमारी मांगें अनसुना कर रही है. इससे नाराज कर्मचारियों ने हड़ताल को अनिश्चितकाल तक जारी रखने का फैसला किया है. जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी. : राजू साहू, प्लेसमेंट कर्मचारी

प्लेसमेंट कर्मचारियों की तीन सूत्रीय मांग : प्लेसमेंट कर्मचारियों की मुख्य मांग ठेका प्रथा बंद कर सीधे निकाय से वेतन भुगतान करना है. उनका कहना है कि ऐसा करने से शासन को ही फायदा होगा. उनकी दूसरी मांग 4000 श्रम सम्मान निधि राशि को अन्य विभाग के तर्ज पर निकाय में भी लागू करना है. उनका कहना है कि उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा है और भुगतान में भी देरी होती है. वहीं तीसरी मांग स्थायी नौकरी का दर्जा देने की है.

वार्ता का प्रस्ताव ठुकराया : सरकार की ओर से प्लेसमेंट कर्मचारियों को अब तक केवल वार्ता का प्रस्ताव दिया गया है, जिसे कर्मचारियों ने ठुकरा दिया है. उनका कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, वे काम पर लौटने के लिए तैयार नहीं हैं. प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल से शहर में सफाई, जल आपूर्ति और विद्युत सेवाएं बाधित हो गई है. जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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धमतरी : नगरीय निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारी धमतरी में 19 नवम्बर से हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारियों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया. जिले भर के निकाय कर्मचारियों ने रैली निकाली और कलेक्टोरेट के सामने जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.

ठेका प्रथा बंद करने की मांग : नगरीय निकाय के प्लेसमेंट कर्मचारी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर शहर के गांधी मैदान में 19 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं. शुक्रवार को हड़ताली कर्मचारियों ने गांधी मैदान से कलेक्टोरेट तक पैदल रैली निकाली. इस दौरान प्लेसमेंट कर्मचारी ने कलेक्ट्रेट के घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने ठेका प्रथा बंद करने की मांग की है. कर्मचारियों ने कहा कि ठेका सिस्टम में शासन और कर्मचारियों दोनों का नुकसान हो रहा है, इसे बन्द किया जाना चाहिए.

प्लेसमेंट कर्मचारियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव (ETV Bharat)

निगम के प्लेसमेंट कर्मचारी लंबे समय से वेतन में बढ़ोतरी, समय पर भुगतान, स्थायी नौकरी का दर्जा और बेहतर कार्य परिस्थितियों जैसी बुनियादी मांगें उठा रहे हैं. शासन बार बार आश्वासन देने के बावजूद हमारी मांगें अनसुना कर रही है. इससे नाराज कर्मचारियों ने हड़ताल को अनिश्चितकाल तक जारी रखने का फैसला किया है. जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी. : राजू साहू, प्लेसमेंट कर्मचारी

प्लेसमेंट कर्मचारियों की तीन सूत्रीय मांग : प्लेसमेंट कर्मचारियों की मुख्य मांग ठेका प्रथा बंद कर सीधे निकाय से वेतन भुगतान करना है. उनका कहना है कि ऐसा करने से शासन को ही फायदा होगा. उनकी दूसरी मांग 4000 श्रम सम्मान निधि राशि को अन्य विभाग के तर्ज पर निकाय में भी लागू करना है. उनका कहना है कि उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा है और भुगतान में भी देरी होती है. वहीं तीसरी मांग स्थायी नौकरी का दर्जा देने की है.

वार्ता का प्रस्ताव ठुकराया : सरकार की ओर से प्लेसमेंट कर्मचारियों को अब तक केवल वार्ता का प्रस्ताव दिया गया है, जिसे कर्मचारियों ने ठुकरा दिया है. उनका कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, वे काम पर लौटने के लिए तैयार नहीं हैं. प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल से शहर में सफाई, जल आपूर्ति और विद्युत सेवाएं बाधित हो गई है. जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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