बीजापुर: बुधवार को बीजापुर के कई भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए. उसूर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मुरकीनार और भैरमगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत गुदमा के 31 भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा छोड़ कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया है. साल 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले यह भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. 15 साल भाजपा सत्ता में रही. जिसके बाद अब छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए सत्ता में लौटना एक बहुत बड़ी चुनौती है.
क्या भाजपा कार्यकर्ता पार्टी से हैं नाखुश: जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर के अध्यक्ष लालू राठौर ने बताया कि "कांग्रेस पार्टी की रीति नीति और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी की सक्रियता और उनके क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर 31 सक्रिय भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किया है. कांग्रेस ने राज्य में जो काम किए हैं, उसका यह परिणाम है कि इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का हाथ थामने का फैसला लिया है. सभी कार्यकर्ताओं का कांग्रेस पार्टी में बहुत बहुत स्वागत है."
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भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व बस्तर को साधने में लगा हुआ है. लगातार केंद्र के बड़े नेताओं का बस्तर दौरा इस बात का साफ उदाहरण है कि भाजपा के लिए इस बार बस्तर कितना महत्वपूर्ण है. हाल ही में अमित शाह बस्तर का दौरा कर चुके हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बस्तर में कार्यर्ताओं को साधने आ चुके हैं. छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 2019 में भाजपा ने 9 सीटें जीती थीं. कोरबा और बस्तर की सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था.