बीजापुर: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मिचोंग का असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिला है. प्रदेश के दक्षिणी जिलों में मिचोंग तूफान की वजह से 2 दिनों तक भारी बारिश हुई. जिसके चलते समान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. बीजापुर जिले में भी मौसम ने करवट बदला है. ठंडी तेज हवाओं के साथ बारिश की बूंदों ने यहां किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है.
बेमौसम बारिश से फसल खराब: जिला मुख्यालय बीजापुर के पास भोपालपटनम, उसूर, भैरमगढ़ ब्लॉक में किसानों के खेतो में भारी मात्रा में धान हुआ है. किसान धान बेचने के लिए फसल की कटाई कर रहे हैं. धान की सफाई होने के बाद ही इसे धान उपार्जन केंद्रों में बेचा जा सकेगा. लेकिन बेमौसम हुई बारिश से फसल खराब हो गया है. जो फसल बची है, यदि वह फसल भी खराब हुई तो किसानों को भारी नुकसान का उठाना पड़ेगा.
बीजापुर विधायक ने मुआवजा दिलाने दिया भरोसा: बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी दो दिवसीय भोपालपटनम के दौरे पर हैं. इस दौरान आज किसानों ने अपने बेमौसम बारिश से फसल खराब होने और मुआवजे को लेकर विक्रम मंडावी से बात की है. ताकि बीजापुर विधायक क्षेत्र का निरीक्षण कर बेमौसम बारिश से खराब फसलों का जायजा ले सके और किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए प्रशासन से बात करें. बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने भी किसानों अधिकारियों से बात कर धान की खरीदी और मुआवजा दिलाने की बात कही है.
बारिश के बाद जिले में बढ़ी ठंड: ठंड के मौसम में तेज हवाओं के साथ बारिश के चलते तापमान में भारी गिरावट आई है. शीतलहर का सीधा असर लोगों की सेहत पर देखने को मिल रहा है. खास कर इस मौसम में बच्चों एवं बूढ़े बुजुर्गों की तबियत बिगड़ सकती हैं और सर्दी जुकाम बुखार जैसे बीमारियां हो सकता है. ऐसे में बच्चों एवं बूढ़े बुजुर्गों को सावधानी बरतने की जररूरत है.