बेमेतराः छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में शराब की बिक्री मुसीबत का सबब बनी हुई है. ऐसे में सरकारी उदासीनता स्थानीय लोगों के लिए समस्या बढ़ा रही है. इस उदासीनता के चलते कई जगहों पर स्थानीय लोगों का आक्रोश भी साफ-साफ देखा जा रहा है. आज जिले के बेरला में अंकुर समाज सेवी संस्था के युवकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर शराब के दुकान के सामने प्रदर्शन किया और दुकान में ताला लगा दिया, इस दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
शराब दुकान हटाने के लिए प्रदर्शन
अंकुर समाज सेवी संस्था के लोग देसी शराब की दुकान को हटाने के लिए निरंतर डटे हुए थे. उनकी मांग थी कि बेरला के शासकीय महाविद्यालय के पास स्थित देसी शराब की दुकान हटाया जाए. इसके लिए उच्चाधिकारियों से भी गुहार लगाई गई, लेकिन आश्वासन ही मिलता रहा पर दुकान नहीं हटी. शराबियों और महाविद्यालय के छात्रों का मार्ग एक ही है, जिससे लगातार छात्राओं को छींटाकसी का शिकार होना पड़ता है.
अनिश्चितकालीन धरने दे चुकी है संस्था
हाल ही में संस्था ने यहां अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की थी, लेकिन प्रशासन के समझाने के बाद संस्था ने आंदोलन को कुछ दिन के लिए टाल दिया. संस्था ने प्रशासन को 19 जुलाई तक का समय दिया था, वहीं संस्था ने उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी थी.
कलेक्टर ने दिया था आश्वासन
इस मामले में 20 दिनों पूर्व कलेक्टर महादेव कावरे ने शराब की दुकान को कहीं और हटाने का आदेश जारी किया था, लेकिन अब अधिकारी ऐसा कोई आदेश आने से इंकार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इस मामले राजनीतिक दबाव के कारण ऐसा हो रहा है.