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स्कूल के पास से शराब दुकान हटाने के लिए युवाओं ने किया उग्र प्रदर्शन, गिरफ्तार

जिले के बेरला में अंकुर समाज सेवी संस्था के युवकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर शराब के दुकान के सामने प्रदर्शन किया और दुकान में ताला लगा दिया, इस दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

शराब के दुकान के सामने प्रदर्शन
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Published : Jul 21, 2019, 9:20 AM IST

Updated : Jul 21, 2019, 10:09 AM IST

बेमेतराः छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में शराब की बिक्री मुसीबत का सबब बनी हुई है. ऐसे में सरकारी उदासीनता स्थानीय लोगों के लिए समस्या बढ़ा रही है. इस उदासीनता के चलते कई जगहों पर स्थानीय लोगों का आक्रोश भी साफ-साफ देखा जा रहा है. आज जिले के बेरला में अंकुर समाज सेवी संस्था के युवकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर शराब के दुकान के सामने प्रदर्शन किया और दुकान में ताला लगा दिया, इस दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

युवाओं ने किया प्रदर्शन

शराब दुकान हटाने के लिए प्रदर्शन
अंकुर समाज सेवी संस्था के लोग देसी शराब की दुकान को हटाने के लिए निरंतर डटे हुए थे. उनकी मांग थी कि बेरला के शासकीय महाविद्यालय के पास स्थित देसी शराब की दुकान हटाया जाए. इसके लिए उच्चाधिकारियों से भी गुहार लगाई गई, लेकिन आश्वासन ही मिलता रहा पर दुकान नहीं हटी. शराबियों और महाविद्यालय के छात्रों का मार्ग एक ही है, जिससे लगातार छात्राओं को छींटाकसी का शिकार होना पड़ता है.
अनिश्चितकालीन धरने दे चुकी है संस्था
हाल ही में संस्था ने यहां अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की थी, लेकिन प्रशासन के समझाने के बाद संस्था ने आंदोलन को कुछ दिन के लिए टाल दिया. संस्था ने प्रशासन को 19 जुलाई तक का समय दिया था, वहीं संस्था ने उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी थी.

कलेक्टर ने दिया था आश्वासन
इस मामले में 20 दिनों पूर्व कलेक्टर महादेव कावरे ने शराब की दुकान को कहीं और हटाने का आदेश जारी किया था, लेकिन अब अधिकारी ऐसा कोई आदेश आने से इंकार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इस मामले राजनीतिक दबाव के कारण ऐसा हो रहा है.

बेमेतराः छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में शराब की बिक्री मुसीबत का सबब बनी हुई है. ऐसे में सरकारी उदासीनता स्थानीय लोगों के लिए समस्या बढ़ा रही है. इस उदासीनता के चलते कई जगहों पर स्थानीय लोगों का आक्रोश भी साफ-साफ देखा जा रहा है. आज जिले के बेरला में अंकुर समाज सेवी संस्था के युवकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर शराब के दुकान के सामने प्रदर्शन किया और दुकान में ताला लगा दिया, इस दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

युवाओं ने किया प्रदर्शन

शराब दुकान हटाने के लिए प्रदर्शन
अंकुर समाज सेवी संस्था के लोग देसी शराब की दुकान को हटाने के लिए निरंतर डटे हुए थे. उनकी मांग थी कि बेरला के शासकीय महाविद्यालय के पास स्थित देसी शराब की दुकान हटाया जाए. इसके लिए उच्चाधिकारियों से भी गुहार लगाई गई, लेकिन आश्वासन ही मिलता रहा पर दुकान नहीं हटी. शराबियों और महाविद्यालय के छात्रों का मार्ग एक ही है, जिससे लगातार छात्राओं को छींटाकसी का शिकार होना पड़ता है.
अनिश्चितकालीन धरने दे चुकी है संस्था
हाल ही में संस्था ने यहां अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की थी, लेकिन प्रशासन के समझाने के बाद संस्था ने आंदोलन को कुछ दिन के लिए टाल दिया. संस्था ने प्रशासन को 19 जुलाई तक का समय दिया था, वहीं संस्था ने उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी थी.

कलेक्टर ने दिया था आश्वासन
इस मामले में 20 दिनों पूर्व कलेक्टर महादेव कावरे ने शराब की दुकान को कहीं और हटाने का आदेश जारी किया था, लेकिन अब अधिकारी ऐसा कोई आदेश आने से इंकार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इस मामले राजनीतिक दबाव के कारण ऐसा हो रहा है.

Intro:एंकर-छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में शराब की बिक्री मुसीबत का सबब बनी हुई है। ऐसे में सरकारी उदासीनता भी स्थानीय लोगों के लिए समस्या बढ़ाने के लिए काफ़ी है। इस उदासीनता के चलते कई जगहों पर स्थानीय लोगों का आक्रोश भी साफ़-साफ़ देखा जा रहा है। आज जिले के बेरला में अंकुर समाज सेवी संस्था के युवक़ों ने काफ़ी संख्या में पहुँचकर शराब दुकान के सामने प्रदर्शन किया और दुकान में ताला लगा दिया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया।Body:बता दे कि अंकुर समाज सेवी संस्था बेरला के देशी शराब दुकान को हटाने की मांग को लेकर संस्था निरंतर डटी हुए थे और उनका मांग था कि बेरला के शासकीय महाविद्यालय के समीप देशी शराब दुकान स्थित है,जिसे हटाने उच्चाधिकारियों को गुहार भी लगाई गई, पर आश्वासन ही मिलता रहा पर दुकान नही हटी। बता दे कि शराबियों और महाविद्यालय के छात्रों का मार्ग एक ही है, जिससे लगातार छात्राओं को छींटाकशी का शिकार होना पड़ता है। कुछ दिन पहले संस्था द्वारा नियोजित रुप से शराब दुकान के सामने दुकान के हटते तक अनिश्चितकालीन बैठने का आयोजन था। किंतु प्रशासन के समझाइस के बाद संस्था अनिश्चितकालीन आंदोनल को कुछ दिन के लिए टाला गया था। संस्था ने प्रशासन को 19 जुलाई तक का समय दिया था, नहीं तो संस्था उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी थी। ऐसे में प्रशासनिक उदासीनता के कारण युवाओं ने काला झंडा थामकर ख़ूब नारेबाजी की और शराब दुकान में तालाबंदी कर दी। प्रदर्शन कर रहे 04 युवकों को बेरला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया,जिसके बाद युवकों ने मुलचका एवम एसडीएम से जमानत लेने से इंकार कर दिया और जेल चले गए।Conclusion:बता दे मामले में 20 दिनों पूर्व तत्कालीन कलेक्टर महादेव कावरे ने शराब दुकान अन्यंत्र हटाने आदेश जारी किया था परंतु अब अधिकारी ऐसा कोई आदेश आने से इंकार कर रहे है। और मामले में राजनीतिक लोगो का हाथ होने के कारण शराब दुकान नही हटाई जा रही है।इस प्रदर्शन में राहुल टिकरिहा, चतुर साहू, गोविंद गंधर्व, अमरजीत कोसले, अतुल द्विवेदी, नागराज कोसले, लालू साहू, पेखन साहू, दिलेश्वर परगनिहा, रोहित साहू, रूपेश साहू, अभिषेक वर्मा, शेषु साहू, सुयस साहू उपस्थित थे।
बाइट-जे के सिंह उपनिरीक्षक आबकारी (2स्टार)
बाइट-विपिन रंगारी थाना प्रभारी बेरला (3 स्टार)
Last Updated : Jul 21, 2019, 10:09 AM IST
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