बेमेतरा: जिले में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की आसानी से मिल रहे हैं. अब ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने से यह और भी सहज हो गया है. खास बात यह है कि प्रमाण पत्र जारी करने के लिए समयसीमा का भी ध्यान रखा जा रहा है.
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जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के आंकड़े
साल 2019 में जिले भर में कुल 14 हजार 523 जन्म प्रमाण पत्र, 4 हजार 613 मृत्यु प्रमाण जारी किए गए. साल 2020 में कुल 13 हजार 890 जन्म प्रमाण पत्र, 3 हजार 840 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए. जिले में 2019 के मुकाबले 2020 में जन्म दर में बढोतरी हुई है. मृत्यु दर में कमी आई है.
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नगरपालिका में जन्म-मृत्यु के आंकड़े
अकेले नगर पालिका बेमेतरा की बात की जाए तो साल 2019 में 632 जन्म प्रमाण पत्र, 234 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए. साल 2020 में 665 जन्म प्रमाण पत्र, 182 मृत्यु प्रमाण पत्र दिए गए. यानी पिछले दो सालों में जन्म दर लगभग बराबर रही. हालांकि मृत्यु दर में कमी आई है.
![Work on creating online birth and death certificate in Bemetra](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-bmt-03-birth-death-certificate-panjiyan-hyc-story-spl-cg10007_06012021200440_0601f_1609943680_426.jpg)
जिला अस्पताल के आंकड़े
जिला अस्पताल बेमेतरा में साल 2020 में कुल 637 बच्चों की किलकारी गूंजी है, जिन्हें जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं.
लोग भी संतुष्ट नजर आए
ईटीवी भारत ने नगर पालिका और जिला अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने आए लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में कोई असुविधा नहीं हो रही है. आसानी से समयसीमा के भीतर जन्म प्रमाण पत्र बन रहे हैं. वे प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया से संतुष्ट नजर आए.
समयसीमा का रख रहे ध्यान
मुख्य नगर पालिका अधिकारी होरी सिंह ठाकुर ने बताया कि नगर पालिका में लोक सेवा गारंटी सेवा के तहत सुचारू रूप से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं. समयसीमा का भी ध्यान रखा जा रहा है.
कहां-कहां मिले रहे प्रमाण पत्र
जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर और उप स्वास्थ्य केंद्र में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं. लोगों को समय सीमा के भीतर प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं.
70% जगहों में ऑनलाइन पंजीयन: डिप्टी डायरेक्टर
जिला सांख्यिकी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आर के ओगरे ने बताया कि जिले के 70 फीसदी केंद्रों में ऑनलाइन प्रकिया के तहत पंजीयन किया जा रहा है.
सभी केंद्रों में ऑनलाइन प्रक्रिया की तैयारी
अब नए साल से शत प्रतिशत केंद्रों में ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत पंजीयन किए जाने की तैयारी की जा रही है. ग्राम पंचायतों के सचिवों को ऑनलाइन करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
क्या है जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनने की प्रकिया ?
ग्राम पंचायत, नगर पंचायत या पालिका स्तर पर संबंधित कार्यालयों और अस्पतालों में जन्म या मृत्यु होने पर अस्पतालों में प्रमाण पत्र बनाया जाता है. जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए माता-पिता का आधार कार्ड जरूरी है. मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मृतक और उसकी पत्नी का आधार कार्ड जरूरी है. दोनों प्रमाण पत्र के लिए संबंधित वार्ड पार्षद से अनुशंसा करना जरूरी होता है.