बेमेतरा: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगरेल बाध से पानी छोड़े जाने के बाद शिवनाथ और हांफ नदी उफान पर हैं. जरूरत से ज्यादा बारिश होने से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. बाढ़ की वजह से कई लोगों के आशियाने ढह गए हैं. जिला पंचायत सभापति और अंकुर समाज सेवी संस्था के प्रदेश संयोजक राहुल योगराज टिकरिहा ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने ऐसे लोगों के मकान जो बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान देने और फसल क्षति निरीक्षण के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
कलेक्टर को बताई प्रभावितों की परेशानी
सभापति टिकरिहा ने ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में लगातार बारिश होने से जिले में नदी किनारे बसे अधिकतर गांव के घरों में पानी भर गया था, जिससे उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बारिश से बेमेतरा जिला के बहुत से मकान क्षतिग्रस्त होकर टूट गए हैं. इससे कई परिवार बेघर हो गए हैं. कोरोना संकट से ग्रामीण आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. उन्होंने ज्ञापन में लिखा कि ग्रामीणों को जल्द से जल्द प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास और किसान भाइयों की फसलों की क्षति का निरीक्षण करने का आदेश दिया जाए. जिससे किसान भाइयों को क्षतिपूर्ति की राशि समय पर मिल सकें.
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सभापति ने किया राहत राशी और बीमा देने की मांग
सभापति ने कहा की किसानों को बीमा क्लेम दिया जाए. साथ ही तत्कालित सहायता के लिए राहत राशि दी जाए. बाढ़ से नदी किनारे गांवों में भारी गंदगी रुक गई है और पीने योग्य पानी या नलकूप से गंदा पानी आ रहा है, जिसे फिल्टर और दवा डाल कर सफाई कराई जाए.