बेमेतराः छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार को अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. अजीत जोगी को श्रद्धांजलि देते हुए साजा के पूर्व विधायक लाभचंद बाफना ने कहा कि जोगी अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे, मेरा उनसे आत्मीय और परिवारिक संबंध रहा है.
पूर्व विधायक लाभचंद बाफना ने कहा कि उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई कर पाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मरवाही के सुदूर इलाके के एक छोटे से गांव जोगीसार में जन्म लेने के बाद भी इंजीनियरिंग, आईपीएस, आईएएस और लॉ की डिग्री उन्होंने प्राप्त की.
बाफना ने कहा कि जोगी सबसे लंबे समय तक जिलाधीश के रूप में इंदौर और रायपुर जैसे बड़े शहरों में अपनी सेवाएं दी. उनकी प्रशासनिक क्षमता और दक्षता के लोग कायल थे. इसके बाद राजनीति के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री से लेकर आज तक का उनका संघर्ष भरा जीवन हर राजनीतिक व्यक्ति के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा. बाफना ने कहा कि अनेकों बार अजीत जोगी ने मौत को पराजित किया है. इस बार भी लग रहा था कि वे निश्चित रूप से मौत को हरा देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. उनके निधन से छत्तीसगढ़ की राजनीति को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है.
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बता दें कि अजीत जोगी ने 74 साल की उम्र में शुक्रवार को अंतिम सांस ली. साल 2000 से 2003 तक प्रदेश के मुखिया रहे अजीत जोगी 9 मई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. निधन के बाद से ही अंतिम दर्शन के लिए लोगों के आने का सिलसिला चल रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन से राज्य में शोक की लहर है. गृह ग्राम जोगीसार से गौरेला के पैतृक जोगी निवास पहुंचने के बाद सेनेटोरियम (मरवाही विधानसभा) में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा.