बस्तर:Chandameta of Bastar बस्तर में आजादी का जश्न धूमधाम से मनाया जा रहा है. लाल आतंक को पस्त करते हुए यहां के ग्रामीण और सुरक्षाबलों के जवान देश की आन बान और शान तिरंगा को फहराकर स्वतंत्रता दिवस की खुशियां मना रहे हैं. बस्तर के नक्सलगढ़ में आजादी के 75 साल बाद पहली बार तिरंगा झंडा फहराया गया है. बस्तर में छत्तीसगढ़ ओडिशा बॉर्डर के चांदामेटा गांव में तिरंगा फहराया गया है. चांदामेटा गांव ओडिशा और बस्तर का सरहदी इलाका है. यहां गांव के लोगों ने सुरक्षाबलों की मौजूदगी में स्वतंत्रता दिवस का पावन पर्व मनाया.
नक्सलगढ़ के चांदामेटा में पहली बार लहराया तिरंगा: Tricolor hoisted first time after independence in Chandameta ईटीवी भारत की टीम बस्तर के चांदामेटा गांव पहुंची. ईटीवी भारत संवाददाता सुनील कश्यप ने इस मौके पर यहां मौजूद गांववालों और सुरक्षाकर्मियों से बात की. गांव वालों ने बताया कि चांदामेटा गांव में आजादी के 75 साल बाद झंडा फहराया गया है. झंडा फहराकर वह काफी खुश हैं. गांव वालों ने बताया कि इस मौके पर लोगों ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए.
सुरक्षाबलों ने ग्रामीणों के साथ मनाया आजादी का जश्न: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुबह सुरक्षाबलों की टीम चांदामेटा गांव में पहुंचे. उन्होंने गांववालों से बात की. जिसके बाद गांववालों ने आजादी का जश्न मनाने की बात कही और उसके बाद यहां तिरंगा झंडा फहराया गया. पहली बार तिरंगा झंडा फहराने के साथ ही गांव वाले तिरंगा का महत्व समझे हैं. उन्होंने कहा कि हमे स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराकर काफी खुशी मिली है. नक्सलगढ़ में लगातार पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है. जिसकी वजह नक्सली बैकफुट पर हैं. धुर नक्सल प्रभावित चांदामेटा में तिरंगा झंडा फहराना सुरक्षाबलों के लिए भी एक उपलब्धि है.
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ग्रामीणों में खुशी का माहौल: गांव वालों ने बताया कि आजादी का जश्न मनाकर उन्हें काफी खुशी मिल रही है. पूरे गांव में खुशी का माहौल है. गांव वालों के मुताबिक पहले नक्सली इस गांव में काला झंडा फहराते थे. लेकिन अब यहां तिरंगा झंडा फहरा है जो काफी गर्व की बात है. पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यहां तक पहुंचने में पहले एक सप्ताह का समय लगता था. धीरे धीरे पुलिस यहां पहुंची है और ग्रामीणों का विश्वास पुलिस के प्रति बढ़ा है. यही कारण है कि ग्रामीण अब पुलिस से जुड़कर आगे आ रहे हैं.