जगदलपुर: बस्तर में संचालित निजी स्कूलों की व्यवस्था बदहाल है. इसका उदाहरण हलबाकचोरा से लगे एक निजी स्कूल से सामने आया है. यहां 2019 में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र डी. ज्ञान प्रशांत ने हॉस्टल के कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में मृतक छात्र की मां ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, साथ ही मामले में FIR दर्ज करने की मांग की है, लेकिन 8 महीने बीत जाने के बाद भी इस मामले में FIR दर्ज नहीं की गई है.
मृत छात्र की मां का आरोप है कि स्कूल में उसके बेटे को प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि बच्चों का ख्याल रखने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होती है. उन्होंने कहा कि 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की मनोस्थिति आत्महत्या करने की नहीं होती है, लेकिन उस पर स्कूल प्रबंधन की ओर से बनाए गए दबाव की वजह से इस तरह की घटना हुई. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस जांच की जरूरत है, लेकिन 8 महीने बाद भी FIR दर्ज नहीं करना स्कूल प्रबंधन के साथ पुलिस की मिलीभगत को बताता है.
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पीड़ित मां ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि पूरे स्कूल परिसर में CCTV कैमरा लगा हुआ है, लेकिन घटना के समय इनमें से कोई भी चालू नहीं था और न ही इसके रिकॉर्ड उनके परिवार को दिखाए गए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी कमरे में उनके बेटे की डेड बॉडी को देखने नहीं दिया था. इस मामले में पुलिस की जांच रिपोर्ट भी उन्हें नहीं सौंपी गई है. पीड़ित मां ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन मामले को दबाने में लगा है. पीड़ित मां ने इस मामले में नेताओं से भी मदद की अपील की है. इसके साथ ही पुलिस-प्रशासन से मामले में निष्पक्ष जांच कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.