बलौदाबाजार: मोहरा गांव में अविनाश एनर्जी कंपनी की नई फैक्ट्री निर्माण के लिए जनसुनवाई का आयोजन किया गया. जिसको भारी विरोध के चलते बीच में ही स्थागित करना पड़ा. पर्यावरण विभाग के सुनवाई की प्रक्रिया शुरू करते ही छत्तीसगढ़ी किसान संघ, छत्तीसगढ़ी समाज और मोहरा के ग्रामीण फैक्ट्री लगाने का जमकर विरोध करने लगे. ग्रामीणों का कहना है कि जिले में पहले से ही सीमेंट प्लांट के कारण पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. पानी का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. ग्रामीणों के विरोध के चलते भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.
बीज में ही स्थगित की सुनवाई
अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि अविनाश एनर्जी कंपनी लगने को लेकर ग्रामीणों में पहले से ही भारी विरोध है. जिसके चलते जनसुनवाई को बीच में ही स्थगित किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि अब केंद्र और राज्य सराकर तक इस मामले को पहुंचाया जाएगा. जिसके बाद वे ही इस पर फैसला लेंगे.
चुपचाप बैठे रहे अधिकारी
जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में महिला पुरूष ग्रामीण हाथ में तख्ती लेकर कंपनी लगाने का विरोध करने लगे. प्रदर्शन के हालात की गंभीरता को देखते हुए अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता ने बीच में ही जनसुनवाई को स्थागित कर दिया. इस दौरान पर्यावरण विभाग से आए अधिकारी ग्रामीणों के सवाल पर चुपचाप बैठे रहे.
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प्रशासनिक अधिकारियों का फैसला मान्य
कंपनी के जनरल मैनेजर रमेश सिंह ने कहा कि जनसुनवाई का आयोजन किया गया था. लेकिन कंपनी लगने को लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारियों ने इस विषय में सुनवाई की है, जो भी फैसला होगा वह मान्य होगा.
आमरण अनसन की चेतावनी
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि वह ग्रामीणों के साथ हैं. किसी भी सुरत में कंपनी नहीं लगाने दी जाएगी. इसके लिए अगर न्यायालय भी जाना पड़ा तो जाएंगे. इसी तरह छत्तीसगढ़ी किसान संघ, छत्तीसगढ़ी समाज और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी कंपनी लगाने का विरोध किया. जनप्रतिनिधियों ने आमरण अनसन की चेतावनी देते हुए कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.