भाटापारा: भाटापारा के मल्दी गांव में क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक शख्स की मौत हो गई है. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने और डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की है, लेकिन डॉक्टरों ने मौत का कारण लंबे समय से चली आ रही बीमारी को बताया है.
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दरअसल, भाटापारा के मल्दी गांव के स्कूल में एक व्यक्ति प्रयागराज से 11 जून को अपने गांव लौटा था. इसके बाद से उसे मल्दी गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था, जहां शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई. भाटापारा के क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौत का ये पहला मामला है. मौत की खबर के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है. साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटर के लोग भी डरे हुए हैं. मौत की खबर के बाद मौके पर प्रशासनिक टीम, स्वास्थ्य एवं पुलिस अमला पहुंचे और व्यक्ति की जांचकर उसे मृत घोषित किया गया.
'बीमारी के चलते हुई मौत'
डाक्टरों ने बताया कि इसकी मौत बीमारी के चलते हुई है. ये शख्स आदतन अल्कोहलिक भी था. इससे पहले भी इसका इलाज डाक्टरों से कराया गया था. ये काफी दिनों से बीमार चल रहा था, जिसके चलते इसकी मौत हो गई. मल्दी के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 60 मजदूर रह रहे हैं. मौत का मामला सामने आने के बाद से लोगों में खौफ है. बता दें, प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामला 2000 के पार पहुंच चुका है. वहीं छत्तीसगढ़ में एक्टिव केस 703 है और मरने वालों की संख्या 10 हो गई है.
65 साल के बुजर्ग की अचानक मौत
बता दें, बिलाईगढ़ ब्लॉक के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 65 साल के बुजर्ग की अचानक मौत हो गई थी. पुरगांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में बुजुर्ग मजदूर को रखा गया था. मौत की जानकारी मिलने के बाद भी जिम्मेदार सेंटर नहीं पहुंचे थे. हालांकि बाद में जिम्मेदार सेंटर पहुंचे थे, लेकिन मौत के कारणों का पता अभी भी नहीं चला है.