बलौदाबाजार: जिले में पिछले 11 दिनों से लॉकडाउन जारी है. ऐसे में गाली-मोहल्लों में मांग कर जीवन-यापन करने वाले भिखारियों और असहाय को काफी परेशानी हो रही है. भिखारियों और असहाय को खाने-पीने की व्यवस्था के लिए कसडोल SDM ने आम जनता और जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की है. SDM मिथलेश डोंडे ने नगर और आसपास में असहाय और भिखारियों के भोजन की व्यवस्था करने का अश्वासन दिया. वहीं समाज और जनकल्याण से जुड़े लोगों को भी सेवा करने के लिए आगे आने की अपील भी की है.
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कसडोल ब्लॉक में हाल ही में एक भिखारी की मौत हो गई थी. आशंका जताई जा रही थी कि भिखारी की मौत भूख से हुई है. मृत भिखारी का फोटो की सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था. जिसमें ये भी बोला जा रहा था कि जिले में लोग कोरोना से नही बल्कि भूख से मर रहे हैं. सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल होने के बाद कसडोल पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक भिखारी का अंतिम संस्कार किया. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार भिखारी की मौत हार्ट अटैक से हुई है. इसकी पुष्टि कसडोल SDM ने किया है.
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ढाबे के सामने हुई थी भिखारी की मौत
जिले में ऐसे बहुत से मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें भिखारियों की मौत भूख से होने की बात कही जा रही है. कसडोल में भी ऐसा ही मामला सामने आया है. प्रशासन भले ही भिखारी के मौत का हार्ट अटैक बताया जा रहा है, लेकिन लॉकडाउन के चलते कही न कही भिखारी की मौत के पीछे भूख भी हो सकती है. क्योंकि मृतक भिखारी हर दिन ढाबा में बचा खाना खाकर अपना जीवन-यापन कर रहा था. लॉकडाउन के चलते पिछले 10 दिनों से ढाबा बंद है. भिखारी ढाबा के सामने ही भूख में चलते अपना दम तोड़ दिया. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मृतक भिखारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कार्डियक अटैक के चलते मौत हुआ बताया है.