बलौदाबाजार: कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार और जनपद पंचायतों के सीईओ की बैठक ली. इस बैठक में उन्होंने क्वॉरेंटाइन सेंटर में समय काट रही गर्भवती महिलाओं और बच्चों के अलग से रहने की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है, ताकि उनकी बेहतर तरीके से देखभाल की जा सके. साथ ही कलेक्टर ने बैठक में सभी शहरी क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि का पट्टा देने के लिए अभियान चलाकर काम करने को कहा है.
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कलेक्टर ने कहा कि कोरोना से निपटना फिलहाल जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. अधिकारी पूरी संजीदगी के साथ इस काम को अंजाम दें. उन्होंने क्वॉरेंटाइन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रचण्ड गर्मी से निपटने के लिए बिजली, पंखे, पानी और भोजन का इंतजाम सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर में होना चाहिए. जनपद पंचायतों के सीईओ को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. कलेक्टर ने कहा कि व्यवस्था में अगर कहीं कोई कमी पाई गई, तो वे जवाबदेही से नहीं बच सकते हैं. उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में समय काट रही गर्भवती माताओं और बच्चों को विशेष देखरेख की जरूरत है, लिहाजा उनके ठहरने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में सबसे पहले व्यवस्था की जानी चाहिए.
लोगों को दिया जाएगा पट्टा
कलेक्टर ने बाहरी राज्यों से आए प्रवासी श्रमिक जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं, उन्हें 5 किलो निःशुल्क चावल वितरित करने की योजना की समीक्षा की है.
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि शहरी इलाकों में अतिक्रमण करके रह रहे लोगों को पट्टा दिया जाएगा. प्रारंभिक रूप से लगभग साढ़े 7 हजार अतिक्रमण करने वालों की जानकारी मिली है. उनकी सहमति और कलेक्टर की गाइडलाइन पर राशि लेकर उन्हें पट्टा आवंटित किया जाएगा. नजूल के अलावा अन्य किस्म की भूमि भी अतिक्रमण को लेकर बनाई गई योजना में शामिल है. स्थानीय नगरीय निकाय एवं टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग से एनओसी लेने के बाद पट्टा दिया जाएगा. इसके अलावा इसके पहले जिन्हें नजूल पट्टा आवंटित किया गया है, उनसे 2 प्रतिशत की राशि लेकर भूमि स्वामी हक दिया जा सकता है.
कलेक्टर ने बैठक में बारिश के पहले उपार्जन केन्द्रों पर पड़े धान को संग्रहण केन्द्रों पर पहुंचाने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि जिले में फिलहाल 10 हजार 400 मीट्रिक टन धान खरीदी केन्द्रों पर उपलब्ध है.