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करंट की चपेट में आने से भालू की मौत, विद्युत विभाग के खिलाफ मामला दर्ज

गिरौदपुरी के छाता पहाड़ में बुधवार को तड़के सुबह एक मादा भालू की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. जिसके बाद वन अमले ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार किया.

Bear dies due to electric shock
भालू की मौत
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Published : Sep 3, 2020, 12:19 AM IST

बलौदाबाजार: गिरौदपुरी के छाता पहाड़ में बुधवार को तड़के सुबह एक मादा भालू की करंट लगने से मौत हो गई. सुबह जंगल में लकड़ी लाने गए ग्रामीणों ने भालू का शव देखा. जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी. सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी टीआर वर्मा स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे. स्टाफ ने भालू के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद एसडीओ की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया.

करंट लगने से भालू की मौत

वन विभाग ने मौके का मुआयना किया. इसमें विद्युत विभाग की लापरवाही देखने को मिली. वन विभाग ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1972 और वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत कार्रवाई की है.

अधिकारियों को दी गई थी सूचना

कसडोल उप वनमंडल के अर्जुनी वन परिक्षेत्र में बिजली का टूटा हुआ तार जमीन पर आ गया था. इस बात की जानकारी होते ही वन विभाग के कर्मचारियों ने अपने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी. सूचना देने के दो दिन बाद विद्युत विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. लेकिन बिजली के तार को जोड़ा नहीं गया. जिसकी चपेट में आने से भालू की मौत हो गई. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का अमला घटनास्थल पर पहुंचा और देखा तो एक भालू मृत पड़ा हुआ है. साथ ही बिजली के तार से उस समय भी करंट आ रहा था.

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शव का किया गया अंतिम संस्कार

वन विभाग के कर्मचारियों ने इसकी सूचना तत्काल रेंजर और उच्च अधिकारियों को दी. घटना की सूचना मिलते ही रेंजर टीआर वर्मा तुरंत मौके पर पहुंचे. वन कर्मियों ने घटना की सूचना फोन पर गिरौदपुरी कनिष्ठ यंत्री गिरधर कुमार को सुबह 9 बजे दी थी. लेकिन मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित विद्युत वितरण उप केन्द्र से विद्युत विभाग के कर्मचारी दोपहर 12 बजे के बाद भी नहीं पहुंचे. रेंजर टीआर वर्मा ने कर्मचारियों से पहले चालू विद्युत प्रवाह को बंद कराया. इसके बाद पंचनामा के बाद मृत भालू का पोस्टमार्टम कराया. एसडीओ (वन) यूएस ठाकुर के सामने पोस्टमार्टम के बाद भालू के शव का अंतिम संस्कार किया गया.

अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई

यूएस ठाकुर ने बताया कि जो घटना हुई है उसमें विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की घोर लापरवाही नजर आ रही है. क्योंकि बिजली के तार टूटने की जानकारी बिजली विभाग के कर्मचारियों को पहले ही मिल चुकी थी. फिर भी उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके कारण ये घटना हुई. इसमें संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

बलौदाबाजार: गिरौदपुरी के छाता पहाड़ में बुधवार को तड़के सुबह एक मादा भालू की करंट लगने से मौत हो गई. सुबह जंगल में लकड़ी लाने गए ग्रामीणों ने भालू का शव देखा. जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी. सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी टीआर वर्मा स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे. स्टाफ ने भालू के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद एसडीओ की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया.

करंट लगने से भालू की मौत

वन विभाग ने मौके का मुआयना किया. इसमें विद्युत विभाग की लापरवाही देखने को मिली. वन विभाग ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1972 और वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत कार्रवाई की है.

अधिकारियों को दी गई थी सूचना

कसडोल उप वनमंडल के अर्जुनी वन परिक्षेत्र में बिजली का टूटा हुआ तार जमीन पर आ गया था. इस बात की जानकारी होते ही वन विभाग के कर्मचारियों ने अपने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी. सूचना देने के दो दिन बाद विद्युत विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. लेकिन बिजली के तार को जोड़ा नहीं गया. जिसकी चपेट में आने से भालू की मौत हो गई. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का अमला घटनास्थल पर पहुंचा और देखा तो एक भालू मृत पड़ा हुआ है. साथ ही बिजली के तार से उस समय भी करंट आ रहा था.

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शव का किया गया अंतिम संस्कार

वन विभाग के कर्मचारियों ने इसकी सूचना तत्काल रेंजर और उच्च अधिकारियों को दी. घटना की सूचना मिलते ही रेंजर टीआर वर्मा तुरंत मौके पर पहुंचे. वन कर्मियों ने घटना की सूचना फोन पर गिरौदपुरी कनिष्ठ यंत्री गिरधर कुमार को सुबह 9 बजे दी थी. लेकिन मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित विद्युत वितरण उप केन्द्र से विद्युत विभाग के कर्मचारी दोपहर 12 बजे के बाद भी नहीं पहुंचे. रेंजर टीआर वर्मा ने कर्मचारियों से पहले चालू विद्युत प्रवाह को बंद कराया. इसके बाद पंचनामा के बाद मृत भालू का पोस्टमार्टम कराया. एसडीओ (वन) यूएस ठाकुर के सामने पोस्टमार्टम के बाद भालू के शव का अंतिम संस्कार किया गया.

अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई

यूएस ठाकुर ने बताया कि जो घटना हुई है उसमें विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की घोर लापरवाही नजर आ रही है. क्योंकि बिजली के तार टूटने की जानकारी बिजली विभाग के कर्मचारियों को पहले ही मिल चुकी थी. फिर भी उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके कारण ये घटना हुई. इसमें संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

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