इस साल धान खरीदी के बाद केंद्रों से धान के उठाव के लिए जिला प्रशासन ने 20 फरवरी तक परिवहनकर्ताओं को निर्देश दिया था, बावजूद इसके जिले के 110 धान खरीदी केंद्रों में अभी भी 65 हजार क्विंटल से अधिक धान रखा है. जिसका उठाव नहीं किया गया है.
धान खरीदी केंद्रों में धान के रखरखाव की स्थिति भी काफी खराब नजर आ रही है. कहीं धान के बोरों में दीमक लग रही है तो कहीं बोरों को चूहे कुतरते नजर आ रहे हैं. वहीं धान के सड़ने की स्थिति में इसका सीधा खामियाजा शासन को होगा. इस बार जिले में 49 लाख क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की गई है.