बालोद: छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने राजीव गांधी न्याय योजना के तहत दूसरी किश्त की राशि किसानों के खाते में डाल कर उनकी राह आसान कर दी है. बेरंग पड़े बाजार में जैसे रौनक आ चुकी है और एटीएम से पैसे निकालने किसानों की भीड़ लगी हुई है. दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए बाजार में सुस्ती लगातार देखने को मिल रही थी, लेकिन सरकार ने किसानों को राहत देते हुए किसान न्याय योजना के तहत दूसरी किश्त की राशि किसानों के खाते में सीधे हस्तांतरित की गई है. अब किसान इस पैसे से खेती किसानी के कार्य में जुट गए हैं. बालोद में ATM के बाहर पैसे निकालने के लिए पहुंचे किसानों की लंबी लाइन देखने को मिली.
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किसानों ने कहा कि अब एक भाई एक पिता अपनी बहन बेटियों के लिए साड़ी खरीदने बाजारों में पहुंच चुके हैं. बाजार में कल की रौनक देखने को मिल रही है. किसानों ने कहा कि खेती किसानी की लागत भी काफी होती है और वर्तमान में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहार चल रहे हैं, इस समय में अचानक मिली इस राशि से हमें काफी लाभ मिल पाया है.
बता दें कि राजीव गांधी की जयंती पर राज्य सरकार ने किसान न्याय योजना की दूसरी किश्त किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी है. सीएम बघेल इस अवसर पर तेंदूपत्ता संग्राहकों को साल 2018 के प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में 232.81 करोड़ की राशि उनके खातों में ट्रांसफर किया. साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेताओं को दूसरे पखवाड़े में बेचे गए गोबर की राशि का भी भुगतान किया गया. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को 5,750 करोड़ की अनुदान सहायता राशि दी गई है, जिसमें पहली किस्त के रूप में 1500 करोड़ रुपए की राशि राजीव गांधी के शहादत दिवस यानी 21 मई को दी गई थी.