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बालोद का डौण्डी ब्लाॅक होगा मोतियाबिंद मुक्त, तैयारी में जुटा प्रशासन

बालोद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लाॅक डौण्डी को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए शासन की ओर से प्रशासन को निर्देश मिला है. जिसके बाद मोतियाबिंद का ऑपरेशन शुरू हो सकेगा.

cataract operation
मोतियाबिंद का ऑपरेशन
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Published : Jul 10, 2021, 5:49 PM IST

Updated : Jul 10, 2021, 7:14 PM IST

बालोद: बहुचर्चित आंख फोड़वा कांड के बाद से जिले में काफी वर्षों तक मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा था. लेकिन अब दोबारा यह ऑपरेशन शुरू हो चुका है. यहां पहला लक्ष्य आदिवासी क्षेत्र को मोतियाबिंद से मुक्त बनाना है. बालोद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लाॅक डौण्डी को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए शासन की ओर से प्रशासन को निर्देश मिला है.

डौण्डी ब्लाॅक होगा मोतियाबिंद मुक्त

गांव में शुरू हुआ सर्वे

जिसके बाद प्रशासनिक अमला पुरजोर तैयारियों में जुट गया है. शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम के जरिये गांवों में जाकर सर्वे किया जा रहा है और सूची तैयार की जायेगी. कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कोरोना के कठिन दौर में नियमित गतिविधियां लगातार जारी रही. इसी बीच शासन ने मोतियाबिंद मुक्त करने डौण्डी ब्लाॅक का चयन किया है. प्रशासन की तरफ से अभी सघन सर्वे किया जा रहा है.

Cataract operation
मोतियाबिंद का ऑपरेशन

सरगुजा के गांवों में 'तीसरी आंख', कंट्रोल रूम बनाकर कोविड इलाज पर रखी जा रही नजर

जिसमें मोतियाबिंद पीड़ित व्यक्तियों का चयन किया जा रहा है. अगर किसी मरीज की समस्या दवाई से दूर हो सकती है, तो उसे पहली प्राथमिकता दी जायेगी. जिसके बाद जिला अस्पताल में ऑपरेशन के लिए शिविर लगाया जायेगा. प्रशासन की टीम के साथ मितानिन भी गंभीरता से इस कार्य में लगी हुई है.

Cataract operation
मोतियाबिंद का ऑपरेशन

आंख फोड़वा कांड के बाद से बंद था ऑपरेशन

पूरे प्रदेश में बालोद जिले का आंख फोड़वा कांड काफी सुर्खियों में था. इसके बाद से मोतियाबिंद का ऑपरेशन काफी दिनों तक बंद था. लेकिन अब इसका ऑपरेशन शुरू हुआ है, तो इसे वृहद रूप में करने की तैयारी प्रशासन द्वारा शुरू की गई है. जिसके बाद से यहां पर प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुट गया है और जल्द ही ऑपरेशन शुरू कर लिया जाएगा. बालोद में मोतियाबिंद मरीजों की पहचान कर उनका इलाज किया जाएगा, जिनकी समस्या दवाई से ठीक हो सकती है, उन्हें दवाई से ही ठीक किया जाएगा.

बालोद: बहुचर्चित आंख फोड़वा कांड के बाद से जिले में काफी वर्षों तक मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा था. लेकिन अब दोबारा यह ऑपरेशन शुरू हो चुका है. यहां पहला लक्ष्य आदिवासी क्षेत्र को मोतियाबिंद से मुक्त बनाना है. बालोद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लाॅक डौण्डी को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए शासन की ओर से प्रशासन को निर्देश मिला है.

डौण्डी ब्लाॅक होगा मोतियाबिंद मुक्त

गांव में शुरू हुआ सर्वे

जिसके बाद प्रशासनिक अमला पुरजोर तैयारियों में जुट गया है. शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम के जरिये गांवों में जाकर सर्वे किया जा रहा है और सूची तैयार की जायेगी. कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कोरोना के कठिन दौर में नियमित गतिविधियां लगातार जारी रही. इसी बीच शासन ने मोतियाबिंद मुक्त करने डौण्डी ब्लाॅक का चयन किया है. प्रशासन की तरफ से अभी सघन सर्वे किया जा रहा है.

Cataract operation
मोतियाबिंद का ऑपरेशन

सरगुजा के गांवों में 'तीसरी आंख', कंट्रोल रूम बनाकर कोविड इलाज पर रखी जा रही नजर

जिसमें मोतियाबिंद पीड़ित व्यक्तियों का चयन किया जा रहा है. अगर किसी मरीज की समस्या दवाई से दूर हो सकती है, तो उसे पहली प्राथमिकता दी जायेगी. जिसके बाद जिला अस्पताल में ऑपरेशन के लिए शिविर लगाया जायेगा. प्रशासन की टीम के साथ मितानिन भी गंभीरता से इस कार्य में लगी हुई है.

Cataract operation
मोतियाबिंद का ऑपरेशन

आंख फोड़वा कांड के बाद से बंद था ऑपरेशन

पूरे प्रदेश में बालोद जिले का आंख फोड़वा कांड काफी सुर्खियों में था. इसके बाद से मोतियाबिंद का ऑपरेशन काफी दिनों तक बंद था. लेकिन अब इसका ऑपरेशन शुरू हुआ है, तो इसे वृहद रूप में करने की तैयारी प्रशासन द्वारा शुरू की गई है. जिसके बाद से यहां पर प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुट गया है और जल्द ही ऑपरेशन शुरू कर लिया जाएगा. बालोद में मोतियाबिंद मरीजों की पहचान कर उनका इलाज किया जाएगा, जिनकी समस्या दवाई से ठीक हो सकती है, उन्हें दवाई से ही ठीक किया जाएगा.

Last Updated : Jul 10, 2021, 7:14 PM IST
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