बालोद: भाजपा महिला मोर्चा ने अंग्रेजी शराब दुकान का विरोध किया. पैदल मार्च करते हुए महिलाएं शराब दुकान के पास पहुंचीं. महिलाओं को शराब दुकान तक पुलिस ने पहुंचने नहीं दिया. जिससे नाराज महिलाओं और भाजपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 930 को जाम कर दिया. वे जमीन पर ही बैठ गए. सड़क को दोनों तरफ से जाम (BJP Mahila Morcha protest against liquor shop) कर दिया. इस दौरान महिलाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रशासन एवं पुलिस के हस्तक्षेप के बाद महिलाएं और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता सड़क से उठने को तैयार हुए.
घरेलू हिंसा का शिकार हो रही महिलाएं: महिलाओं ने कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं. गली-गली में शराब और दूसरे मादक पदार्थ की अवैध बिक्री हो रही है. इससे आपराधिक प्रवृत्ति को बढ़ावा मिल रहा है. शराब के कारण महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैं. रोज परिवारों में वाद विवाद हो रहा है. महिलाओं ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से भाग रही है और समाज को भुगतना पड़ रहा है.
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एक भी दुकान बन्द नहीं: भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष दीपा साहू ने कहा कि ''शराबबंदी का कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र में वादा किया था. तीन साल बीत गए. सरकार ने एक भी शराब दुकान बंद नहीं किया है. वादाखिलाफी कर कांग्रेस की सरकार ने जनता को धोखा दिया है. शराब समाज के लिए अभिशाप है. यह वो दीमक है, जो धीरे धीरे हमारे पूरे समाज को खोखला करते जा रही है. कोरोना वायरस संक्रमण काल में एक तरफ जहां लोग अपने जरूरत की सामग्रियों के लिए भटक रहे थे तो दूसरी और भूपेश बघेल जी उन्हें ऑनलाइन शराब उपलब्ध करा रहे थे.''
जनता त्रस्त और सरकार मस्त: भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि ''एक तरफ जनता त्रस्त है और सरकार मस्त है. शराबबंदी का वादा तो किया गया था, लेकिन उस वादे को निभाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. जनता शराबबंदी के पक्ष में है. सरकार अपना वादा पूरा करे, वर्ना आगामी चुनाव में प्रदेश की जनता और खासकर महिलाएं उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएंगी. शराब की वजह से कई घरों में कलह, झगड़ा, फसाद और गरीबी भुखमरी का आलम है.