सरगुजा : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू (Visit of Additional Chief Secretary of PHED to Ambikapur) ने सोमवार को अंबिकापुर के ग्राम भिट्ठीकला, सुखरी एवं कालापारा का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत घर-घर तक पहुंचाए जा रहे नल-जल के कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाकर ग्रामीणों के घरों तक नल-जल की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. अपर मुख्य सचिव ने निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से बात की और नल-जल की सुविधा का लाभ लेने के साथ उसकी देखभाल की जिम्मेदारी लेने की बात भी कही.
पंचायतों में ग्रामसभा आयोजित करने का निर्देश
अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को पंचायतों में ग्रामसभा आयोजित कराने का निर्देश दिया. साथ ही नल-जल के सदुपयोग और उसकी देख-भाल के बारे में जागरूक करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि घर के सामने लगाए जा रहे टेप नल की सुरक्षा की सामूहिक जिम्मेदारी ग्रामीणों से कराई जाए. ग्राम कालापारा में नल-जल के निरीक्षण के दौरान एसीएस ने सरपंच बिलॉसो मरकाम से बातचीत की. साथ ही उन्हें नल-जल के बारे में लोगों को जागरूक करने कहा, ताकि लोग इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ ले सकें. उन्होंने कालापारा में नवनिर्मित पानी टंकी तथा क्लोरीनीकरण कक्ष का भी अवलोकन किया.
सरकारी कार्यालयों समेत गांवों में मिलेगी टेप नल की सुविधा
इसके बाद अपर मुख्य सचिव ने पानी टंकी के पास स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कालापारा का निरीक्षण किया. स्कूल के प्रधान पाठक से शिक्षकों और विद्यार्थियों की संख्या तथा उपस्थिति की भी जानकारी ली. प्रधान पाठक ने उन्हें स्कूल में 5 शिक्षक और 40 विद्यार्थियों के होने की जानकारी दी. बता दें कि जल जीवन मिशन के तहत जिले के सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, अस्पतालों तथा ग्रामों में टेप नल की सुविधा प्रदान की जाएगी. इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की ओर से आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.
मिशन के तहत सरगुजा जिले में बेहद धीमी थी कार्य की प्रगति
गौरतलब है कि जल जीवन मिशन के तहत सरगुजा जिले में कार्य की प्रगति बेहद धीमी थी. बीते दिनों आई रिपोर्ट में सरगुजा जिला जल जीवन मिशन की प्रगति में छत्तीसगढ़ में 27वें स्थान पर था. इस रिपोर्ट के बाद सरगुजा कलेक्टर ने भी विभागीय अधिकारियों की बैठक में फटकार लगाई थी. अब विभाग के अपर मुख्य सचिव खुद कार्य की समीक्षा करने पहुंचे हैं. अब देखना होगा कि इसके बाद अब कार्य की गति में कितनी तेजी आती है.