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Chhath Puja 2022 : छठ पूजा में सूपा और गन्ने का क्यों किया जाता है उपयोग? जानिये

Chhath Puja 2022 उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज में भगवान सूर्य की आराधना का पर्व "छठ पूजा" बेहद कड़े नियमों और अनुसाशन के साथ मनाया जाता है. छठ में सूपा से भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. गन्ने का मंडप सजाया जाता है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी छठ पूजा को लेकर लोगों को शुभकामनाएं दी है.

Chhath Puja 2022
छठ पूजा 2022
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Published : Oct 28, 2022, 6:54 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: भगवान सूर्य की आराधना का पर्व "छठ पूजा" शुरू हो चुकी है. यह पर्व बेहद कड़े नियमों और अनुसाशन के साथ मनाया जाता है. छठ व्रत में हर एक छोटी बात का भी विशेष ध्यान रखा जाता है. छठ पूजन विधि भी अन्य पूजन विधियों से भिन्न है. परंपरागत रूप से कुछ विशेष पूजन विधि देखी जाती हैं. छठ में सूपा से भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. गन्ने का मंडप सजाया जाता है. ETV भारत आपको बताने जा रहा है कि छठ पूजन में गन्ने और सूपे का महत्व क्या है. Chhath Puja 2022

छठ पूजा में सूपा और गन्ने का महत्व
छठ पूजा में सूपा और गन्ने का महत्व: पंडित योगेश नारायण मिश्र बताते हैं कि "सूपा वंश वृध्दि का प्रतीक माना जाता है. सूपा का निर्माण बांस से होता है और बांस की वॄद्धि बहोत तेजी से और सीधी होती है. इसलिए वंश वृद्धि की कामना के रूप में सूपा महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही गन्ने को समृध्दि का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि गन्ना मीठा होता है. साथ ही यह एक ऐसी फसल है, जिसमें खाद्य का उपयोग नहीं होता. फसल की समृद्धि ऐसी होती है कि एक बार बोआई करने पर कई बार फसल खुद तैयार हो जाती है. Supa and sugarcane are used in Chhath Puja

यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2022 : इन बातों का रखना चाहिए खासतौर पर ध्यान, नहीं तो खंडित हो जाती है पूजा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया शुभकामना संदेश: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज सहित समस्त प्रदेशवासियों को चार दिवसीय छठ महापर्व के नहाए-खाए से शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी है. सीएम भूपेश बघेल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि "सूर्य उपासना और छठी मईया के पूजन का यह पर्व सब के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आए."

सरगुजा: भगवान सूर्य की आराधना का पर्व "छठ पूजा" शुरू हो चुकी है. यह पर्व बेहद कड़े नियमों और अनुसाशन के साथ मनाया जाता है. छठ व्रत में हर एक छोटी बात का भी विशेष ध्यान रखा जाता है. छठ पूजन विधि भी अन्य पूजन विधियों से भिन्न है. परंपरागत रूप से कुछ विशेष पूजन विधि देखी जाती हैं. छठ में सूपा से भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. गन्ने का मंडप सजाया जाता है. ETV भारत आपको बताने जा रहा है कि छठ पूजन में गन्ने और सूपे का महत्व क्या है. Chhath Puja 2022

छठ पूजा में सूपा और गन्ने का महत्व
छठ पूजा में सूपा और गन्ने का महत्व: पंडित योगेश नारायण मिश्र बताते हैं कि "सूपा वंश वृध्दि का प्रतीक माना जाता है. सूपा का निर्माण बांस से होता है और बांस की वॄद्धि बहोत तेजी से और सीधी होती है. इसलिए वंश वृद्धि की कामना के रूप में सूपा महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही गन्ने को समृध्दि का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि गन्ना मीठा होता है. साथ ही यह एक ऐसी फसल है, जिसमें खाद्य का उपयोग नहीं होता. फसल की समृद्धि ऐसी होती है कि एक बार बोआई करने पर कई बार फसल खुद तैयार हो जाती है. Supa and sugarcane are used in Chhath Puja

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया शुभकामना संदेश: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज सहित समस्त प्रदेशवासियों को चार दिवसीय छठ महापर्व के नहाए-खाए से शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी है. सीएम भूपेश बघेल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि "सूर्य उपासना और छठी मईया के पूजन का यह पर्व सब के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आए."

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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