सरगुजा: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम शुरू की है, जिसपर लोगों ने खुशी जताई है. इसके तहत प्रदेश के 5 संभागों में एक-एक हेल्थ सेंटर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. बाद में इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.
इस योजना की शुरुआत की खबर से लोग खुश हैं. इस योजना के बाद लोगो मे एक उम्मीद जगी है कि मुफ्त इलाज हो सकेगा. हालांकि इलाज को लेकर लोगों में मन में सरकारी अस्पतालों को लेकर सवाल जरूर है.
क्या है इस स्कीम में
योजना के तहत हर व्यक्ति का यह यूनिक आईडी बनेगा, प्रदेश का एक भी व्यक्ति इससे वंचित नहीं रहेगा. वहीं सबसे अहम बात यह है की इसे बनवाने के लिये आपको अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, बल्कि मितानिन खुद आपके घर आकर आपका हेल्थ यूनिक कार्ड बनाएगी. अब तक मात्र 14 प्रतिशत लोग अस्पताल में एडमिट होते हैं और 86 प्रतिशत ओपीडी पेशेंट होते हैं, लिहाजा इस योजना से एक बड़े तपके को राहत मिलने वाली है. जबकि आयुष्मान और स्मार्ट कार्ड से एडमिट होने वाले 14 प्रतिशत लोग ही लाभान्वित होते हैं.
क्या है स्कीम का लक्ष्य
प्राथमिक स्तर से ही निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देना ही इस योजना का लक्ष्य है. प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही सभी प्रकार की जांच व सभी दवाइयों की निशुल्क व्यवस्था की जानी है.य इसके लिये निर्देश यह हैं कि जो दवाइयां या जिन जांच की व्यवस्था नहीं है उसे बाजार से उक्त सेंटर का प्रभारी मरीज को उपलब्ध कराएगा लेकिन मरीज का एक भी रुपया इसमें नहीं लगेगा.