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स्वास्थ्य विभाग की इस स्कीम से खुश हैं लोग, आप भी इसके बारे में जानें

स्वास्थ्य विभाग ने यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम शुरू की है, जिसपर लोगों ने खुशी जताई है. इसके तहत प्रदेश के 5 संभागों में एक-एक हेल्थ सेंटर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है.

यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम से लोग खुश
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Published : Jun 1, 2019, 12:43 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम शुरू की है, जिसपर लोगों ने खुशी जताई है. इसके तहत प्रदेश के 5 संभागों में एक-एक हेल्थ सेंटर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. बाद में इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.

यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम से लोग खुश

इस योजना की शुरुआत की खबर से लोग खुश हैं. इस योजना के बाद लोगो मे एक उम्मीद जगी है कि मुफ्त इलाज हो सकेगा. हालांकि इलाज को लेकर लोगों में मन में सरकारी अस्पतालों को लेकर सवाल जरूर है.

क्या है इस स्कीम में
योजना के तहत हर व्यक्ति का यह यूनिक आईडी बनेगा, प्रदेश का एक भी व्यक्ति इससे वंचित नहीं रहेगा. वहीं सबसे अहम बात यह है की इसे बनवाने के लिये आपको अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, बल्कि मितानिन खुद आपके घर आकर आपका हेल्थ यूनिक कार्ड बनाएगी. अब तक मात्र 14 प्रतिशत लोग अस्पताल में एडमिट होते हैं और 86 प्रतिशत ओपीडी पेशेंट होते हैं, लिहाजा इस योजना से एक बड़े तपके को राहत मिलने वाली है. जबकि आयुष्मान और स्मार्ट कार्ड से एडमिट होने वाले 14 प्रतिशत लोग ही लाभान्वित होते हैं.

क्या है स्कीम का लक्ष्य
प्राथमिक स्तर से ही निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देना ही इस योजना का लक्ष्य है. प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही सभी प्रकार की जांच व सभी दवाइयों की निशुल्क व्यवस्था की जानी है.य इसके लिये निर्देश यह हैं कि जो दवाइयां या जिन जांच की व्यवस्था नहीं है उसे बाजार से उक्त सेंटर का प्रभारी मरीज को उपलब्ध कराएगा लेकिन मरीज का एक भी रुपया इसमें नहीं लगेगा.

सरगुजा: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम शुरू की है, जिसपर लोगों ने खुशी जताई है. इसके तहत प्रदेश के 5 संभागों में एक-एक हेल्थ सेंटर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. बाद में इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.

यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम से लोग खुश

इस योजना की शुरुआत की खबर से लोग खुश हैं. इस योजना के बाद लोगो मे एक उम्मीद जगी है कि मुफ्त इलाज हो सकेगा. हालांकि इलाज को लेकर लोगों में मन में सरकारी अस्पतालों को लेकर सवाल जरूर है.

क्या है इस स्कीम में
योजना के तहत हर व्यक्ति का यह यूनिक आईडी बनेगा, प्रदेश का एक भी व्यक्ति इससे वंचित नहीं रहेगा. वहीं सबसे अहम बात यह है की इसे बनवाने के लिये आपको अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, बल्कि मितानिन खुद आपके घर आकर आपका हेल्थ यूनिक कार्ड बनाएगी. अब तक मात्र 14 प्रतिशत लोग अस्पताल में एडमिट होते हैं और 86 प्रतिशत ओपीडी पेशेंट होते हैं, लिहाजा इस योजना से एक बड़े तपके को राहत मिलने वाली है. जबकि आयुष्मान और स्मार्ट कार्ड से एडमिट होने वाले 14 प्रतिशत लोग ही लाभान्वित होते हैं.

क्या है स्कीम का लक्ष्य
प्राथमिक स्तर से ही निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देना ही इस योजना का लक्ष्य है. प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही सभी प्रकार की जांच व सभी दवाइयों की निशुल्क व्यवस्था की जानी है.य इसके लिये निर्देश यह हैं कि जो दवाइयां या जिन जांच की व्यवस्था नहीं है उसे बाजार से उक्त सेंटर का प्रभारी मरीज को उपलब्ध कराएगा लेकिन मरीज का एक भी रुपया इसमें नहीं लगेगा.

Intro:सरगुजा : प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की नींव मजबूत करने स्वास्थ्य विभाग ने ऐसी पहल की है जो पूरे देश के लिये एक नजीर साबित होगा, प्राथमिक उपचार की ऐसी सुदृढ़ व्यवस्था का सपना मंत्री टी एस सिंह देव ने देखा है जो वाकई साकार जो गया तो पूरे देश को इस योजना पर नाज़ होगा। योजना का नाम है यूनिवर्सल हेल्थ केयर और इसके तहत प्रदेश के 5 संभागों में एक एक हेल्थ सेंटर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरु किया गया है और फिर इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी है।


योजना के तहत हर व्यक्ति का यह यूनिक आईडी बनेगा, प्रदेश का एक भी व्यक्ति इससे वंचित नही रहेगा, वहीं सबसे अहम बात यह है की इसे बनवाने के लिये आपको अस्पताल के चक्कर नही लगाने पड़ेंगे, बल्कि मितानिन खुद आपके घर आकर आपका हेल्थ यूनिक कार्ड बनाएगी। अब तक मात्र 14 प्रतिशत लोग अस्पताल में एडमिट होते हैं और 86 प्रतिशत ओपीडी पेशेंट होते हैं, लिहाजा इस योजना से एक बड़े तपके को राहत मिलने वाली है। जबकी आयुष्मान और स्मार्ट कार्ड से एडमिट होने वाले 14 प्रतिशत लोग ही लाभान्वित होते हैं।




Body:यूनिवर्सल हेल्थ केयर के उद्देश्य

प्राथमिक स्तर से ही निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देना ही इस योजना का लक्ष्य है, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही सभी प्रकार की जांच व सभी दवाइयों की निशुल्क व्यवस्था की जानी है, इसके लिये निर्देश यह हैं की जो दवाइयां या जिन जांच की व्यवस्था नही है, उसे बाजार से उक्त सेंटर का प्रभारी मरीज को उपलब्ध कराएगा, लेकिन मरीज का एक भी रुपया इसमे नही लगेगा। बहरहाल योजना की शुरुआत से ही लोग इसकी खबर पाकर खुश हैं, क्योंकी एक आम साधारण परिवार साल में 2 या 3 बार मौसमी बीमारियों से ग्रसित होता है, और एक बार बीमार होने पर एक व्यक्ति पर ही कम से कम 2 हजार रुपये की जांच और दवाइयों में निजी अस्पताल द्वारा लिया जाता है, अब एक परिवार के 4 लोग अगर साल में 3 बार बीमार पड़ते हैं तो उनकी कुल आय का लगभग आधा पैसा तो इलाज कराने में खर्च हो जाता है, लेकिन इस योजना के बाद लोगो मे एक उम्मीद जगी है की मुफ्त इलाज हो सकेगा, लेकिन सवाल खड़ा रहेगा इलाज की गुणवत्ता का क्योकी शासकीय अस्पताल इसी मामले में लोगो का विश्वास खो चुके हैं।

बाईट01_वीणा प्रजापति (मरीज)

बाईट02_तेरस बाई (मरीज)

बाईट03_विकास गोयल (मरीज)

बाईट04_मनीष तिवारी (चिकित्सक सीएससी नवापारा)

बाईट05_पीएस सिसोदिया (मुख्य चिकित्सा अधिकारी)

देश दीपक गुप्ता सरगुजा


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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