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करंट की चपेट में आने से हथिनी की मौत, ग्रामीणों ने सुअर के लिए बिछाया था जाल - हथिनी के सूंड़

मितगढ़ी जंगल में करंट की चपेट में आने से एक हथिनी की मौत हो गई है.

करंट की चपेट में आने से हथिनी की मौत
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Published : Oct 17, 2019, 8:35 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: प्रतापपुर के मितगढ़ी जंगल में एक बार फिर से करंट की चपेट में आने से एक हथिनी की मौत हो गई. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

बता दें कि हथिनी के सूंड का अगला हिस्सा पूरी तरह से झुलस गया था. तार के संपर्क से सूंड कटने के साथ ही जगह-जगह की चमड़ी फट गई थी. करंट से हथिनी के आगे का दाहिना पैर और पूंछ भी झुलसा हुआ था.

सूअर के लिए ग्रामीणों ने बिछाया जाल
मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हथिनी की उम्र 15 साल से अधिक थी, जिसकी मौत 24 से 48 घंटे के बीच ही हुई है. वहीं उन्होंने कहा कि जिस जगह हथिनी का शव मिला है, उसके आस-पास में बिजली की लाइन गुजरी है, जिससे संदेह है कि ग्रामीणों ने सूअर का शिकार करने जंगल में करंट का जाल बिछाया था.

सरगुजा: प्रतापपुर के मितगढ़ी जंगल में एक बार फिर से करंट की चपेट में आने से एक हथिनी की मौत हो गई. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

बता दें कि हथिनी के सूंड का अगला हिस्सा पूरी तरह से झुलस गया था. तार के संपर्क से सूंड कटने के साथ ही जगह-जगह की चमड़ी फट गई थी. करंट से हथिनी के आगे का दाहिना पैर और पूंछ भी झुलसा हुआ था.

सूअर के लिए ग्रामीणों ने बिछाया जाल
मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हथिनी की उम्र 15 साल से अधिक थी, जिसकी मौत 24 से 48 घंटे के बीच ही हुई है. वहीं उन्होंने कहा कि जिस जगह हथिनी का शव मिला है, उसके आस-पास में बिजली की लाइन गुजरी है, जिससे संदेह है कि ग्रामीणों ने सूअर का शिकार करने जंगल में करंट का जाल बिछाया था.

Intro:सरगुजा : सूरजपुर जिले के विकासखण्ड प्रतापपुर अंतर्गत मितगढ़ी जंगल में शिकार के लिए लगाए गए करंट के संपर्क में आने से फिर एक हथिनी की मौत हो गई। ग्राम पंचायत मितगढ़ी में बस्ती से एक किमी दूर पहाड़ी के नीचे एक हथिनी का शव मिलने की सूचना पर वन अधिकारियों की उपस्थिति में तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों ने पीएम किया। हथिनी का शव जंगल स्थित पुटुस की घनी झाड़ियों के बीच पड़ा था। डॉ. महेन्द्र पाण्डेय, डॉ. शम्भु पटेल व डॉ. विजय शरण सिंह ने प्रारंभ में हथिनी केशव का बारीकी से निरीक्षण किया।

हथिनी के सूंड़ का अगला हिस्सा पूरी तरह से झुलस गया था। फंदे के तार के संपर्क से सूंड़ कटने के साथ ही जगह-जगह की चमड़ी फट गयी थी। करंट से हथिनी के आगे का दाहिना पैर व पूंछ भी झुलसा हुआ था। चिकित्सकों ने हथिनी की उम्र 15 साल से अधिक एवं उसकी मौत 24 घंटे से 48 घंटे के बीच होने का अनुमान लगाया है। जिस जगह पर हथिनी का शव मिला है पास में ही बिजली की लाईन गुजरी है। जिससे संदेह है कि ग्रामीणों द्वारा सूअर का शिकार करने करंट का जाल लगाया गया होगा जिसके संपर्क में आने से हथिनी की मौत हुई होगी। करंट लगने से हथिनी दो-चार कदम चलने के बाद ही हृदयगति रूकने से गिर गई होगी। परीक्षण में हाथी का हृदय, फेफड़ा, जिगर सहित अन्य अंदरूनी अंग मटमैले हो गए थे। जंगल में तंरगित तार में फंस युवा हथिनी की मौत करंट से होने की संभावना जताई जा रही है।
Body:देश दीपक सरगुजाConclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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