अंबिकापुरः जिलेवासियों के PACL चिटफंड कंपनी में निवेश किए गए पैसों को सेबी द्वारा ऑनलाइन माध्यम से लौटाया जा रहा है. हालांकि लगातार लिंक फेल और इंटरनेट समस्या की वजह से निवेशकों को जनपद के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
सरगुजा के हजारों लोगों का पैसा पर्ल एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पर्ल ग्रुप चिटफंड) में जमा होने का अंदाजा लगाया जा रहा है. कंपनी 6 साल में पैसा डबल करने और RD जैसे लुभावने स्किम देकर पैसा जमा करा रही थी. इसे साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने बंद करने का आदेश दिया था. कंपनी के बंद होने से हजारों निवेशकों के पैसा डूबने की स्थिति बन गई थी, लेकिन फरवरी में सेबी द्वारा PACL के पैसों के भुगतान के फरमान से निवेशकों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई.
लिंक फेल से परेशानी
सेबी द्वारा जारी एक पत्र में 1 मार्च से 30 अप्रैल तक स्थानीय जनपद पंचायत में PACL के दस्तावेजों को ऑनलाइन माध्यम से जमा कर पैसा वापसी का आदेश जारी किया था. भुगतान ऑनलाइन होने से PACL के दस्तावेजों को सेबी की वेबसाइट पर अपलोड करना पड़ रहा है, लेकिन लगातार लिंक फेल और इंटरनेट की समस्या से निवेशक लगातार जनपद के चक्कर काट रहे हैं.
लगाने पड़ रहे चक्कर
निवेशकों का कहना है कि उन्हें इस समस्या के कारण डेढ़ महीनों से जनपद के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. 30 अप्रैल को दस्तावेज जमा करने का अंतिम दिन है, जिसके कारण उन्हें पैसा डूबने का खतरा सता रहा है. फिलहाल जनपद के अधिकारी सर्वर डाउन का हवाला दे कर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. ऐसे में निवेशकों के PACL में जमा पैसे कब तक मिलेंगे ये बता पाना मुश्किल है.