रायपुर : छत्तीसगढ़ में आम जनता के साथ जनप्रतिनिधियों ने छेरछेरा पर्व धूमधाम से मनाया.मंत्री ओपी चौधरी और रामविचार नेताम ने नए वर्ष के पहले छत्तीसगढ़ी त्यौहार में लोगों को शुभकामानाएं दी. इस दौरान मंत्री ओपी चौधरी ने छेरछेरा मांगा.जिस पर मंत्री रामविचार नेताम ने उन्हें छेरछेरा दिया. इस दौरान कई किसान भी मौजूद रहे जिन्होंने छेरछेरा पर्व की एक दूसरे को शुभकामनाएं दी.
छेरछेरा, माई कोठी के धान ल हेर हेरा...
— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) January 13, 2025
दान-पुण्य के हमर तिहार छेरछेरा के सब्बो झन ल गाड़ा-गाड़ा बधई।@RamvicharNetam pic.twitter.com/SokEv9kKZs
सीएम विष्णुदेव साय ने भी मनाया छेरछेरा : इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुखिया विष्णुदेव साय ने प्रदेश वासियों को छेरछेरा पर्व और माघ पुन्नी मेला की शुभकामनाएं दी हैं. आपको बता दें कि सीएम विष्णुदेव साय धार्मिक प्रवृत्ति के इंसान हैं.जो धार्मिक मौकों पर अपनी आस्था को जनता के बीच अक्सर लाते हैं. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पर्व छेरछेरा को लेकर भी सीएम साय ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं.
क्या है छेरछेरा पर्व :ऐसी मान्यता है कि कौसल प्रदेश के राजा कल्याण साय मुगल सम्राट ने जहांगीर की सल्तनत में युद्ध कला के प्रशिक्षण के लिए गए थे. इस दौरान 8 साल तक महारानी ने राज-काज का काम संभाला. जब वे वापस लौटे तो महारानी ने सोने-चांदी के सिक्के बांटे. उस दिन से दान देने की परंपरा शुरु हुई. ये परंपरा छेरछेरा के रूप में आज भी प्रदेश में जीवित है. इस दिन बच्चे घर-घर जाकर 'अरन बरन कोदो दरन, जभे देबे तभे टरन.छेरछेरा, माई कोठी के धान ले हेरते हेरा..' बोलकर दान मांगते हैं. इस दिन धान के दान का विशेष महत्व है.
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