ETV Bharat / state

यहां होगा मां बनभौरी देवी के भव्य मंदिर का निर्माण, हरियाणा में पहले से ही माता हैं विराजमान - बनभौरी देवी मंदिर

बनभौरी माता का मंदिर हरियाणा प्रदेश के हिसार जिले में है, जो अंबिकापुर से काफी दूर है. बनभौरी माता के मंदिर की मान्यता है कि जिन जोड़ों की शादी होती है वे एक बार यहां माथा टेकने अवश्य आते हैं और बच्चे के जन्म के बाद मुंडन की रस्म भी यहीं होती है.

मां बनभौरी देवी का भव्य मंदिर
author img

By

Published : Apr 14, 2019, 11:59 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

अंबिकापुर: शहर के कुंडला सिटी में मां बनभौरी देवी के भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. जहां मां बनभौरा देवी के महा मंगल पाठ का आयोजन किया गया. महा मंगल पाठ में 11 सौ महिलाएं शामिल हुईं.

वीडियो.
देश-विदेश में ख्याति प्राप्त कोलकाता के गायक सौरव मधुकर और उनकी टीम ने शानदार प्रस्तुति दी, जिसे देखकर भक्त मंत्रमुग्ध हो गए.


दरअसल बनभौरी माता का मंदिर हरियाणा प्रदेश के हिसार जिले में है, जो अंबिकापुर से काफी दूर है. बनभौरी माता के मंदिर की मान्यता है कि जिन जोड़ों की शादी होती है वे एक बार यहां माथा टेकने अवश्य आते हैं और बच्चे के जन्म के बाद मुंडन की रस्म भी यहीं होती है. इस मंदिर की एक और मान्यता भी है कि कुंवारे युवक, युवतियां शादी की मन्नत और नवविवाहित संतान प्राप्ति के लिए यहां बने एक स्थान पर धागा बांधते हैं.


यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है. विभिन्न प्रांतों के भक्त हजारों की संख्या में दूर-दूर से आए हुए हैं. मां बनभौरी के प्रसाद के लिए 56 प्रकार की मिठाइयां बनाई गई हैं. मां बनभौरी मंदिर का निर्माण भक्तों द्वारा खरसिया रोड स्थित कुंडला सिटी में किया जा रहा है.

अंबिकापुर: शहर के कुंडला सिटी में मां बनभौरी देवी के भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. जहां मां बनभौरा देवी के महा मंगल पाठ का आयोजन किया गया. महा मंगल पाठ में 11 सौ महिलाएं शामिल हुईं.

वीडियो.
देश-विदेश में ख्याति प्राप्त कोलकाता के गायक सौरव मधुकर और उनकी टीम ने शानदार प्रस्तुति दी, जिसे देखकर भक्त मंत्रमुग्ध हो गए.


दरअसल बनभौरी माता का मंदिर हरियाणा प्रदेश के हिसार जिले में है, जो अंबिकापुर से काफी दूर है. बनभौरी माता के मंदिर की मान्यता है कि जिन जोड़ों की शादी होती है वे एक बार यहां माथा टेकने अवश्य आते हैं और बच्चे के जन्म के बाद मुंडन की रस्म भी यहीं होती है. इस मंदिर की एक और मान्यता भी है कि कुंवारे युवक, युवतियां शादी की मन्नत और नवविवाहित संतान प्राप्ति के लिए यहां बने एक स्थान पर धागा बांधते हैं.


यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है. विभिन्न प्रांतों के भक्त हजारों की संख्या में दूर-दूर से आए हुए हैं. मां बनभौरी के प्रसाद के लिए 56 प्रकार की मिठाइयां बनाई गई हैं. मां बनभौरी मंदिर का निर्माण भक्तों द्वारा खरसिया रोड स्थित कुंडला सिटी में किया जा रहा है.

Intro:अम्बिकापुर- अंबिकापुर के कुंडला सिटी में मां बनभौरी देवी का भब्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है और मां बनभौरा देवी का महा मंगल पाठ का आयोजन किया गया है। महा मंगल पाठ में 11 सौ महिलाएं शामिल हुई जो सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक चला । देश-विदेश में ख्याति प्राप्त कोलकाता के गायक सौरव मधुकर व उनकी टीम द्वारा शानदार प्रस्तुति की गई जिसे देख कर भक्त मंत्रमुक्त हो गए।

दरअसल बनभौरी माता का मंदिर हरियाणा प्रदेश के हिसार डिस्टिक में है जो अंबिकापुर से काफी दूर है बनभौरी माता का मंदिर की मान्यता है कि जिन जोड़ों की शादी होती है वे एक बार यहां माथा टेकने अवश्य आते हैं और बच्चे के जन्म के बाद मुंडन का रस्म भी यही होता हैं । इस मंदिर की एक और मान्यता भी है की कुंवारे युवक युक्तियां शादी की मन्नत व नवविवाहित संतान प्राप्ति के लिए यहां बने एक स्थान पर धागा बांधते है ,मंदिर अम्बिकापुर से काफी दूर हैं, जिसके कारण गरीब तबका का परिवार वहां तक नहीं पहुंच पाता इसलिए माता हमारे शहर अंबिकापुर मर मां बनभौरी माता का मंदिर बनाया जा रहा है।,

यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है विभिन्न प्रांतों के भक्त जन हजारों की संख्या में दूर दूर से आए हुए हैं मां बनभौरी के प्रसाद के लिए 56 प्रकार की मिठाइयां बनाई गई है। मां बनभौरी मंदिर का निर्माण भक्तों द्वारा खरसिया रोड स्थित कुंडला सिटी में किया जा रहा है जिसे भव्य रूप दिया जाएगा ।

बाईट01- बिनोद अग्रवाल ( मां बनभौरी परिवार अध्यक्ष)

बाईट 02- सुशील अग्रवाल ( भक्त)


Body:090419_SURGUJA_MAA_BNBHOURI


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.