ETV Bharat / international

पाकिस्तान में मिला 1,300 साल पुराना भगवान विष्णु का मंदिर - lord vishnus 1300 year old temple

पाकिस्तान के स्वात जिले में पुरातात्विक विशेषज्ञों ने 1,300 साल पुराना हिंदू मंदिर खोज निकाला है. खैबर पख्तूनख्वा के पुरातत्व विभाग ने बताया कि यह मंदिर भगवान विष्णु का है.

1300 year old temple
प्रतीकात्मक फोटो
author img

By

Published : Nov 21, 2020, 7:03 AM IST

Updated : Nov 21, 2020, 7:49 AM IST

पेशावर : उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान के स्वात जिले के एक पहाड़ में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातात्विक विशेषज्ञों ने 1,300 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को खोज निकाला है.

बारिकोट घुंडई में खुदाई के दौरान इस मंदिर का पता लगा.

खैबर पख्तूनख्वा के पुरातत्व विभाग के फजले खलीक ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह मंदिर भगवान विष्णु का है.

उन्होंने कहा कि यह मंदिर 1300 साल पहले हिंदू शाही काल के दौरान बनाया गया था.

हिंदू शाही या काबुल शाही (850-1026 ई) एक हिंदू राजवंश था जिसने काबुल घाटी (पूर्वी अफगानिस्तान), गंधार (आधुनिक पाकिस्तान) और वर्तमान उत्तर पश्चिम भारत में शासन किया था.

पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान मंदिर स्थल के पास छावनी और पहरे के लिए मीनारें आदि भी मिले हैं.

विशेषज्ञों को मंदिर के पास पानी का कुंड भी मिला है. संभवत: श्रद्धालु पूजा से पहले वहां स्नान करते थे.

खलीक ने कहा कि इलाके में पहली बार हिंदू शाही काल के निशान मिले हैं.

पढ़ें : उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ महापर्व का समापन

इटली के पुरातत्व मिशन के प्रमुख डॉ लुका ने कहा कि स्वात जिले में मिला गंधार सभ्यता का यह पहला मंदिर है.

स्वात जिले में बौद्ध धर्म के भी कई पूजा स्थल स्थित हैं.

पेशावर : उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान के स्वात जिले के एक पहाड़ में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातात्विक विशेषज्ञों ने 1,300 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को खोज निकाला है.

बारिकोट घुंडई में खुदाई के दौरान इस मंदिर का पता लगा.

खैबर पख्तूनख्वा के पुरातत्व विभाग के फजले खलीक ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह मंदिर भगवान विष्णु का है.

उन्होंने कहा कि यह मंदिर 1300 साल पहले हिंदू शाही काल के दौरान बनाया गया था.

हिंदू शाही या काबुल शाही (850-1026 ई) एक हिंदू राजवंश था जिसने काबुल घाटी (पूर्वी अफगानिस्तान), गंधार (आधुनिक पाकिस्तान) और वर्तमान उत्तर पश्चिम भारत में शासन किया था.

पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान मंदिर स्थल के पास छावनी और पहरे के लिए मीनारें आदि भी मिले हैं.

विशेषज्ञों को मंदिर के पास पानी का कुंड भी मिला है. संभवत: श्रद्धालु पूजा से पहले वहां स्नान करते थे.

खलीक ने कहा कि इलाके में पहली बार हिंदू शाही काल के निशान मिले हैं.

पढ़ें : उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ महापर्व का समापन

इटली के पुरातत्व मिशन के प्रमुख डॉ लुका ने कहा कि स्वात जिले में मिला गंधार सभ्यता का यह पहला मंदिर है.

स्वात जिले में बौद्ध धर्म के भी कई पूजा स्थल स्थित हैं.

Last Updated : Nov 21, 2020, 7:49 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.