रायपुरः स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित की. इस दौरान टेस्टिंग किट को लेकर हुए घोटाले और जो विधायक दिल्ली गए हैं, उनको लेकर चर्चा की गई. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष से यह सवाल भी पूछा कि उन्हें टेस्टिंग किट खरीदने की पूरे आंकड़े की जानकारी लेकर बयान देना चाहिए था.
हम सभी जान रहे हैं कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्या चर्चाएं चल रही हैं. बदलाव की बात उस समय खुल गई जब पिछली बार विधायक दिल्ली में मिलने गए थे. बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि भले वह कह रहे हैं कि वह विकास की बात के लिए विधायकों को बुलाया था तो यह दायित्व तो सीएम का है. उन के उपर बढ़ कर विकास के नाम पर कोई आमंत्रण दे तो मुझे समझ में नहीं आ रहा है.
कपिल सिब्बल के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
एक सवाल कपिल सिब्बल के द्वारा 'हमारा कोई लीडर' नहीं जैसे बयान पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि मुझे लगता है कि कपिल सिब्बल भ्रमित कर रहे हैं. क्योंकि यह क्लियर है कि कांग्रेस की लीडरशिप सोनिया गांधी के पास है. जितने निर्णय हो रहे हैं, कांग्रेस प्रेसिडेंट कर रहे हैं. लगातार अपॉइंटमेंट से ले कर बाकी प्रक्रिया सारी हो रही हैं. सोनिया गांधी के सिग्नेचर से ही सारा काम हो रहा है.
यह दुर्भाग्य है कि कपिल सिब्बल जैसे ज्ञानी और अनुभवी, कांग्रेस में सीनियर स्थान रखने वाले व्यक्ति को यह नहीं पता कि कांग्रेस के लीडर कौन है? हमारे पार्टी के अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं और लगातार काम कर रही हैं. राहुल अवश्य किसी बिंदु पर सहयोग है, तो करते होंगे. वह पूर्व में हमारे पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं. कोई बात उनके पास जाते होंगे तो वह अपनी बातें प्रेसिडेंट से करते होंगे, जैसे अन्य वरिष्ठ जन भी करते हैं.
कोरोना किट खरीदी पर दी सफाई
टीएस सिंहदेव ने 20 करोड़ के कोरोना किट खरीदी मामले को उठाया. उन्होंने कहा कि पहले दिन से लेकर आखरी दिन तक जो भी खरीदी की गई, उसके सारे डेटा उपलब्ध है. आप देखेंगे तो पहली खरीदी जो हुई थी वह 504 रुपए की टेस्टिंग किट थी. वह पहले 504 रुपए की थी. आखिरी खरीदी के प्रकरण मेरे पास आया है. यह 16 सितंबर किट खरीदी गई है. वह 10.80 पैसे में हुआ. उनका गणित गलत हो गया. जब कोरोना आया था तब कौन सा सामान देश में उपलब्ध था? कौन सी सामग्री मिल रही थी? किस रेट में मिले थे? जब जिस समय मार्केट का रेट था, उस मार्केट के रेट की तुलना में छत्तीसगढ़ की सरकार ने कितने में खरीदे? यह आंकड़ा निकाल कर अगर नेता प्रतिपक्ष अपनी बात रखते तो मुझे लगता है कि छत्तीसगढ़ के नागरिकों के सामने सच्चाई आती.