रायपुर: राजधानी रायपुर के यूनियन बैंक में करोड़ों का घपला हुआ है. प्रियदर्शनी नगर स्थित यूनियन बैंक की शाखा में 5 करोड़ 59 लाख का घपला हुआ है. बैंक का सीनियर कैशियर गायब है. उसका मोबाइल भी बंद है. आरोप है कि बैंक का कैशियर ही करोड़ों रुपयों का घपला कर फरार हो गया है. फिलहाल पुलिस ने बैंक मैनेजर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है. (Scam of crores in Union Bank )
रायपुर प्रियदर्शनी नगर यूनियन बैंक में करोड़ों की हेराफेरी: राजधानी रायपुर के प्रियदर्शनी नगर स्थित यूनियन बैंक की शाखा में उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब बैंक शाखा का कैश बैंक के करेंसी चेस्ट में भेजा जा रहा था. कैश की गिनती की गई तो उसमें दस्तावेजों के आधार पर करीब 5 करोड़ 60 लाख रुपये कम थे, जबकि रिकॉर्ड बिलकुल सही था. कैश बुक और कैश में भारी अंतर देख बैंक के आला अफसर दंग रह गए. अफसरों ने आनन-फानन में पूरा हिसाब चेक किया. इसी बीच पता चला कि कैश का हिसाब रखने वाला बैंक का खजांची व क्लर्क किशन बघेल 25 मार्च के बाद से गायब है. वह ड्यूटी पर भी नहीं आ रहा है. उसके बाद बैंक अफसरों ने राजेन्द्र नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई.
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पुलिस के मुताबिक बैंक के सीनियर कैशियर ने बैलेंस करेंसी की गलत एंट्री की. उसने रुपये और पैसे लिखने में जबरदस्त फर्जीवाड़ा किया. बैलेंस शीट में रकम बराबर लिख दी, लेकिन कैश की कमी को पूरा नहीं कर पाया. जांच रिपोर्ट के मुताबिक 24 मार्च 2022 को बैंक का कैश बैलेंस 4.80 करोड़ था. 2 दिन बाद 26 मार्च को यह केस बढ़कर 6.23 करोड़ हो गया. इसी तरह सिक्कों का बैलेंस 24 मार्च को 3.46 करोड़ था. 25 मार्च को 5.61 करोड़ की एंट्री हो गई. इस तरह जिन पैसों का वह ऑनलाइन ट्रांसफर करता था. एक- दो दिन बाद उसकी फर्जी एंट्री कर कागजों में रिकॉर्ड सही कर देता था. मार्च के महीने में केवल 2 दिनों में ही करोड़ों की एंट्री से जिम्मेदारों को शंका हुई. सिक्कों की एंट्री में भी जबरदस्त फर्जीवाड़ा किया. अचानक ही लाखों के सिक्के रिकॉर्ड में जमा दिखा दिया जाता था.